परिजनों को संक्रमण न हो इसके लिए कोरोना पॉजिटिव दादा-दादी ने ट्रेन के सामने कूद कर दी जान

कोटा : कोरोना की दूसरी लहर से देश में काहाकार मचा हुआ है। रोजाना पॉजिटिव मरीजो का आंकड़ा 3 लाख के पार हो रहा है। ऐसे में देश में कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर कोटा शहर में एक दुखद घटना हुई है। कोटा जिले में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित बुजुर्ग दंपति ने चलती ट्रेन के सामने कूद कर सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उन्हें डर था कि उनसे यह संक्रमण उनके पोते और बहू को फैल सकता है।

इस घटना की संपूर्ण शहर में चर्चा चल रही है। पुलिस उपाधीक्शक भगवत सिंह हिंगड ने कहा कि संबंधित घटना रविवार शाम में हुई है। 75 साल के हीरालाल बैरवा और उनकी 70 साल की पत्नी शांतिबाई  बैरवा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए दोनों तनाव में थे। उन्होने घर में ही क्वारंटाइन होने का निर्णय लिया। हालांकि उन्हे डर था कि उनकी वजह से उनके पोते को संक्रमण न हो जाए।

बेटे की 8 साल पहले हुई मौत

रविवार को परिवार को बिना कुछ बताए ये दंपति घर से निकल गए। उसके बाद उन्होने कोटा से दिल्ली जाने वाले रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद रेलवे पुलिस कोलोनी पुलिस थाने के पुलिस कर्मचारी घटनास्थलपर पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने इस दोनो के शव को एमबीएस अस्पताल में ले जाया गया। वहाँ के शव गृह में शव को रखा गया था।  इसके बाद प्राथमिक जांच की गई। इसमे ये पता चला कि दंपति के बेटे की मौत 8 साल पहले ही हो चुकी है। साथ ही हमारे वजह से पोते को कोरोना संक्रमण न हो, यह डर उन दोनो के मन में घर कर गया। संदेह है कि इसलिए इन दोनो ने आत्महत्या कर ली।

कोटा में कोरोना की स्थिति गंभीर

राजस्थान के कोटा शहर में दिन प्रतिदिन कोरोना मरीजो की संख्या बढती ही जा रही है। यहाँ के पुलिस विभाग में 600 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी अभी तक संक्रमित हो चुके हैं। शहर के सभी अस्पताल में कोरोना मरीजो का इलाज चल रहा है।