भाजपा की मुस्लिम विरोधी प्रतिमा बनाने की साजिश: विनोद तावडे

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – नागरिकता संशोधन कानून किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है। मगर कांग्रेस जानबूझकर मुस्लिमों में यह डर पैदा करने पर तुली कि यह कानून मुस्लिम विरोधी है। मोदी सरकार और भाजपा की मुस्लिम विरोधी प्रतिमा बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है, भाजपा कभी मुस्लिम विरोधी नहीं थी न आगे रहेगी। नागरिकता संशोधन कानून देशहित में आवश्यक रहने की राय भाजपा के वरिष्ठ नेता व भूतपूर्व शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने गुरुवार को पिंपरी चिंचवड में जताई।
भाजपा की पिंपरी चिंचवड शहर इकाई की ओर से नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जनजागृति करने के लिहाज से पिंपरी कैम्प स्थित बीटी आडवाणी हॉल में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें पूर्व मंत्री तावड़े ने उपरोक्त राय देते हुए पार्टी की भूमिका स्पष्ट की। इस सम्मेलन के पश्चात नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में पूरे पिंपरी कैम्प इलाके में एक पदयात्रा निकाली गई। इस दौरान तावड़े ने यहां के गुरुद्वारा में दर्शन भी किये। इस पदयात्रा में भाजपा नेताओं के अलावा कैम्प के व्यापारी भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
भाजपा के स्थानीय नगरसेवक संदीप वाघेरे की अगुवाई में आयोजित इस सम्मेलन में मार्गदर्शन करते हुए भाजपा नेता तावड़े ने कहा कि, पाकिस्तान-बांगलादेश से आए लोगों को नागरिकता देने की सुध कांग्रेस ने अपने शासनकाल में कभी नहीं ली। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने काफी विचारपूर्वक नागरिकता संशोधन कानून पारित किया। मोदी सरकार के अच्छे कामों को विपक्षी दल देख नहीं सकते इसलिए यह कानून, यह सरकार और भाजपा मुस्लिम विरोधी है, ऐसी प्रतिमा तैयार करने की साजिश रची गई है। भाजपा मुस्लिम विरोधी नहीं है, यह दावा करने के लिए तावड़े ने यह भी याद दिलाया कि स्व डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति भाजपा ने ही की थी।
अगर विश्व में कहीं भी कोई हिन्दू निर्वासित होता हो तो उसे भारत सरकार द्वारा नागरिकता देना कुछ गलत नहीं है। विभाजन के दौरान सिंधी समाज के कई लोग निर्वासित हुए, जिन्हें देश में नागरिकता दी गई। अगर उनके परिजन जो पाकिस्तान में रह गए हैं और उन्हें वहां तकलीफ हो रही हो तो वे इस कानून के तहत भारत की नागरिकता हासिल कर सकेंगे। बांग्लादेश से काफी घुसपैठ हो रही है, उसे रोकने के लिए यह कानून जरूरी है। यह कानून किसी जाति या धर्म के विरोध में नहीं बल्कि देश को एकसंध रखने के लिए इसकी जरूरत है। मगर कांग्रेस इसको लेकर मुस्लिम समुदाय में संभ्रम निर्माण कर रही है। इस सम्मेलन के मंच पर पार्टी के नवनिर्वाचित शहराध्यक्ष विधायक महेश लांडगे, सांसद अमर साबले, स्थायी समिति सभापति विलास मडेगिरी, सभागृह नेता एकनाथ पवार, वरिष्ठ नेता उमा खापरे, नगरसेवक संदीप वाघेरे, मोरेश्वर शेडगे, राजेश पिल्ले, दादा पमनाणी, ज्योतिका मलकानी आदि उपस्थित थे।