सट्टा बाजार में कांग्रेस का पलड़ा भारी, भाजपा को नुकसान  

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव के बाद एग्जिट पोल सामने आ चुका है। इसके साथ ही सट्टा बाज़ार में भी हलचल तेज़ हो गई है। मध्यप्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस सटोरियों की पहली पसंद बन गई है। कुछ सट्टेबाजों का कहना है कि पहले जरूर भाजपा के पक्ष में लहर थी, लेकिन अब हवा कांग्रेस के पक्ष में चल रही है।

वहीं छत्तीसगढ़ में सटोरिये भाजपा की जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं। राजस्थान की बात करें तो पहले कांग्रेस काफी आगे चल रही थी, लेकिन अब वो थोड़ी पीछे है। बावजूद इसके वो सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती है। उधर, तेलंगाना में महाकुटुमी (महागठबंधन) और सत्तारुढ़ टीआरएस के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है। इन सभी राज्यों के चुनाव परिणाम 11 दिसंबर को आने वाले हैं। वैसे सट्टा बाजार का भाव स्थानीय भावनाओं पर निर्भर करता है। कई बार यह मतदाताओं के मनोभाव का प्रतिनिधित्व नहीं करता।

सीकर जिले के एक सट्टा कारोबारी ने कहा, ‘सट्टा बाजार में अगर कम भाव का मतलब होता है जीत और ज्यादा का हार। बता दें कि राजस्थान में सीकर, फलौदी और नोखा में सट्टे का बड़ा बाजार है। मध्य प्रदेश के सटोरियों का कहना है कि राज्य में कांग्रेस ने हाल के कुछ दिनों में लोगों में अपनी छवि बेहतर बनाई है। इसलिए सटोरियों की नजर में भी कांग्रेसी सरकार की उम्मीद बढ़ गई है।  राजस्थान और मध्य प्रदेश में सटोरिये अलग-अलग उम्मीदवारों की जीत-हार के साथ-साथ पार्टियों पर सट्टा लगा रहे हैं।