नहीं दूर हो पा रही है कांग्रेस की ‘तंगी’

नई दिल्ली । समाचार ऑनलाइन – फंड की कमी से जूझ रही देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस की तंगी दूर नहीं हो पा रही है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस साल कांग्रेस के चंदे में गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2017-18 में कांग्रेस को 26 करोड़ 66 लाख का चंदा मिला है जो कि पिछले साल से 16 करोड़ कम है। 2016-17 में कांग्रेस पार्टी को 42 करोड़ का चंदा मिला था। पिछले साल (2016-17) में कांग्रेस के चंदे में 2015-16 के मुकाबले 21 करोड़ की बढ़ोतरी हुई थी। कांग्रेस की तरफ से इलेक्शन कमीशन को भेजी गई रिपोर्ट से ये खबर सामने आई है। कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और एनसीपी के चंदे में भी गिरावट दर्ज की गई है। केंद्र की सत्तारुढ़ बीजेपी ने अभी अपने चंदे से जुड़ी रिपोर्ट नहीं भेजी है।

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फंड से जूझती पार्टी ने हाल ही में चंदा जुटाने का अभियान भी चलाया है और नेताओं के खर्च में कटौती की पहल भी की है। इससे पहले सितंबर में खबर आई थी कि लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए कांग्रेस देश भर के 10 लाख बूथों से 500 करोड़ का चंदा जुटाने जा रही है. पार्टी ये अभियान गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 19 नवम्बर तक यानी इंदिरा गांधी की जयंती तक चलेगा। पार्टी ने हर बूथ कमेटी को पांच हजार रुपए चंदा जमा करने का टारगेट तय किया है। इस तरह देश भर के लगभग दस लाख बूथों से 500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी के तहत पार्टी केवल घर-घर जा कर ही नहीं ऑनलाइन चंदा भी जुटा रही है। राजस्थान चुनाव के लिए वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन चंदा मांगा जा रहा है। इससे पहले कर्नाटक चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने एक उम्मीदवार के लिए ऑनलाईन चंदा मांगा था। ज्ञात हो कि ऑनलाइन चंदे का सबसे सफल प्रयोग दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने किया था।