पुणे में लॉकडाउन की अवधि में सेक्सटॉर्शन की शिकायत बढ़ी ; करीब 150 लोग ऐसा चैट करके फंसे 

 

पुणे, 2 जून : कोरोना की दूसरी लहर की वजह से सभी कामकाज और काम पर प्रतिबंध लगाया गया।  प्रत्यक्ष रूप से काम न करके ऑनलाइन काम करने की शुरुआत हुई।  इसकी वजह से इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ गया है।  पुणे में लॉकडाउन की अवधि में सेक्सटॉर्शन की शिकायत अधिक बढ़ गई है।  पुणे के पुणे ऑनलाइन सेक्स चैट करने वाले करीब 150 लोगों को महंगा पड़ा है।  150 शिकायत पुलिस स्टेशन में की गई है।

लॉकडाउन की अवधि में इंटरनेट के इस्तेमाल को लेकर साइबर क्राइम काफी बढ़ गया है. पुलिस स्टेशन में कई साइबर क्राइम की शिकायत की जा रही है।  खास कर शिकायत में सेक्सटॉर्सन की संख्या अधिक है।  बताया जा रहा है कि शिकायत नहीं करने वालों की भी संख्या काफी अधिक है।  पुणे साइबर क्राइम को पिछले  3 महीने में  सेक्सटॉर्सन के 150  मामलों की शिकायत की गई है।  कोरोना महामारी में पुणे साइबर क्राइम के पास 110 सेक्सटॉर्सन की शिकायत की गई है। यह केवल अप्रैल महीने में की गई है।
फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम जैसे साईट पर कई टोली लोगों को फंसा रहे है।  लड़कियों के नाम पर अकाउंट बनाकर पुरुष को अपने मोह जाल में फंसाते है।  पहले पुरुष को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते है।  इसके बाद धीरे धीरे उन्हें वीडियो कॉल करते है।  इसके बाद उनसे ऑनलाइन सेक्स के बारे में पूछते है।  समझे पुरुष उनकी जाल में फंस गए तो लैंगिक कृत्य शुरू कर देते है. इस दौरान वह वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करते है।  यही से सेक्सटॉर्सन की शुरुआत होती है।  बदनामी नहीं हो इसलिए लोग मांगी गई रकम दे देते है.
पुणे के एक 28 वर्षीय लड़के का महिला को उनके बेटे का अश्लील वीडियो उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर आया।  यह वीडियो कुछ देर पहले ही रिकॉर्ड किया गया था।  इस महिला का बेटा पूजा नाम की लड़की के साथ वीडियो चैट करता था।  उसका यह अश्लील वीडियो उसके करीबी लोगों में शेयर किये जाने के बाद उसे समझ आया कि वह सेक्सटॉर्सन में फंस गया है।  यह वीडियो 28 वर्षीय लड़के की मां को भेजने के बाद एक अनजान व्यक्ति का फ़ोन बेटे को आया।  उसने यह यह वीडियो डिलीट करने के लिए 25 हज़ार रुपए मांगे।  पैसे नहीं देने पर इसे सोशल मीडिया में शेयर करने की धमकी दी।