संवाददाता सम्मेलन में सवालों पर भड़के पुलिस आयुक्त

जिलाबन्दी पर खुद उठाया सवाल; नाकाबंदी में हर गाड़ी चेक न होने की भी दी स्वीकृति
संवाददाता, पिंपरी। हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले के आरोपी महामारी कोरोना के चलते लागू की गई जिलाबंदी और कड़े निर्बन्धों की अमलबाजी के लिए जगह जगह पुलिस की नाकाबंदी के बाद भी दूसरे जिले में जा छिपे। इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश जिलाबन्दी पर ही सवालिया निशान लगाते हुए यह भी स्वीकार किया कि नाकाबंदी में हर एक गाड़ी चेक नहीं की जाती न ही नाकाबंदी 24 घन्टे की जाती है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक पर फायरिंग के मामले के सवाल पर तो वे संवाददाताओं पर ही भड़क गए।
महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने कड़े निर्बन्धों के साथ लॉकडाउन जारी किया है साथ में जिलाबन्दी भी लागू की गई है। मेडिकल इमरजेंसी समेत जरूरी यात्रा के लिए ई पास लेना अनिवार्य किया है। इसकी अमलबाजी के लिए हर जिले की सीमा और टोलनाकों पर पुलिस ने नाकाबंदी की है। जिलाबन्दी और नाकाबंदी के बाद भी अपहरण, हत्या का प्रयास, तोड़फोड़ जैसे संगीन मामले दर्ज विधायक पुत्र अपने साथियों के साथ बिना किसी दिक्कत के शहर की सीमा लांघ गया और एक जिले से दूसरे जिले में घूमता व पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेक खेलता रहा
इस बारे में जब पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश से पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से ही उल्टे सवाल किया कि जिलाबन्दी है कहाँ? नाकाबंदी भी 24 घन्टे नहीं की जाती न ही इसमें हर एक गाड़ी को चेक किया जाता है। केवल संदिग्ध परिस्थितियों में ही गाड़ियों या लोगों को रोका जाता है। नाकाबंदी में वाहन रोकने पर केवल शहर स्व बाहर जाने की वजह पूछी जाती है। ई पास केवल शादी, अंत्येष्टि, मेडिकल इमरजेंसी के लिए लिया जाता है। अगर आरोपियों को नाकाबंदी में कहीं रोका भी गया होगा तो सबल कारण बताने के बाद उन्हें आगे जाने दिया गया होगा, यह अनुमान लगाना भी वे नहीं भूले।
जब पुलिस आयुक्त से विधायक अण्णा बनसोडे पर फायरिंग की घटना की पुष्टि हुई क्या? इस बारे सवाल पूछा गया तो वे संवाददाताओं पर भड़क गए। हालांकि उन्होंने बताया कि इस बारे में छानबीन शुरू है। मगर पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की कमान संभालने के बाद से अब तक संवाददाताओं की हर शंका, सवाल का जवाब वे बड़ी जिंदादिली से देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आप लोग प्लानिंग करके आये हैं। आपको किसी ने ऐसे सवाल पूछने के लिए ही भेजा है क्या? यह सवाल उठाते हुए पुलिस आयुक्त ने दावा किया कि वे किसी के दबाव में नहीं आते और जो बोलता हूं वही करता हूँ। अपराध करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई करते हैं फिर चाहे वो जो भी हो। बहरहाल ‘आर्यनमैन’ कृष्ण प्रकाश के बदले हुए तेवर से हर कोई अचंभित रह गया।