आमदनी के लक्ष्य से दूर कर संकलन विभाग

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – चुंगी के बाद एलबीटी (लोकल बॉडी टैक्स) भी खारिज होने के बाद पिंपरी चिंचवड मनपा की आमदनी की दारोमदार प्रॉपर्टी टैक्स पर है। हालांकि मनपा का कर संकलन विभाग आय के इस बड़े स्त्रोत को नजरअंदाज कर रहा है। यही वजह है कि आर्थिक वर्ष समाप्ति तक कर संकलन विभाग बजटीय लक्ष्य को साधने में नाकाम साबित रहा है। 2018- 2019 इस वित्त वर्ष में इस विभाग को सवा पांच सौ करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। मगर परोक्ष में 472 करोड़ रुपए की ही टैक्स रूपी आमदनी हासिल हुई है।
आज की तारीख में पिंपरी चिंचवड शहर में पांच लाख छह हजार 927 प्रॉपर्टी है। करदाताओं को टैक्स अदायगी की सुविधा के लिए निगडी, आकुर्डी, चिंचवड, थेरगांव, सांगवी, पिंपरीगांव, पिंपरी कैम्प, महापालिका भवन, फुगेवाडी, भोसरी, च-होली, मोशी, चिखली, तलवडे, किवले, दिघी बोपखेल में विभागीय कर संकलन कार्यालय हैं। यहां नकद, चेक, डीडी के अलावा ऑनलाइन टैक्स अदायगी की सुविधा भी दी जाती है। इसके बावजूद समय पर टैक्स अदायगी को लेकर करदाताओं की उदासीनता कायम है। वहीं प्रॉपर्टी टैक्स की प्रभावी वसूली को लेकर मनपा प्रशासन भी उदासीन है।
चुंगी और एलबीटी दोनों रद्द होने के बाद मनपा को राज्य सरकार से जीएसटी अनुदान दिया जा रहा है। हालांकि पहले मिलनेवाली आमदनी की तुलना में यह अनुदान कम है। नतीजन आय के नए स्त्रोत तलाशना समय की मांग है। मगर नए स्त्रोत तलाशने दूर दूसरे उपलब्ध स्त्रोत भी कमजोर साबित हो रहे हैं। 525 करोड का बजटीय लक्ष्य 472 करोड़ रुपए पर आकर थम गया है। अगर टैक्स की प्रभावी वसूली के लिए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी परोक्ष में कुछ हद तक भी अमल में लायी गयी तो शत प्रतिशत टैक्स वसूली संभव है।