पुणे (Pune News) – Cocktail Vaccination | ‘कोविशील्ड (Covishield) और को-वैक्सीन (Covaxin) जैसे अलग-अलग टीकों की दो खुराक लेने का विकल्प गलत है। सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute) के प्रमुख साइरस पूनावाला (Cyrus Poonawalla) ने पूछा कि यदि वैक्सीनेटर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव (Cocktail Vaccination) पड़ता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा।
साइरस पूनावाला को आज लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार (Lokmanya Tilak National Award) से नवाजा गया। इस दौरान उन्होंने कॉकटेल टीकाकरण (Cocktail Vaccination) को लेकर कई बात कही। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के लिए टीके की अलग-अलग खुराक लेना उचित नहीं है। मैं इसका विरोध करता हूं। इसे किसी चीज की जरूरत नहीं है। अगर इस तरह के अलग-अलग टीकों में कुछ गलत होता है, तो हर कोई अपने-अपने टीके (Vaccine) का समर्थन करेगा और दूसरे को दोष देगा। ऐसे समय में किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, इसका जवाब कौन देगा।
आगे उन्होंने कहा कि मैं यहां टीके बेचने के लिए पैसा बनाने के लिए नहीं हूं, लेकिन लोगों को टीका लगवाना चाहिए। हो सकता है कि कोविड के टीके (Covid Vaccine) की सिर्फ दो खुराक ही पर्याप्त न हो। यदि एंटीबॉडी (Antibodies) समाप्त हो जाती हैं तो तीसरी खुराक की भी आवश्यकता होगी। यदि कोरोना का प्रकोप बना रहता है, तो बूस्टर खुराक के बाद पुन: टीकाकरण (Vaccination) की आवश्यकता हो सकती है। मैंने और मेरे स्टाफ ने तीसरी खुराक ली है।
पूनावाला ने कहा- वैक्सीन की दूसरी खुराक दो से तीन महीने के भीतर लेनी चाहिए। वैक्सीन नहीं मिलने के कारण सरकार ने 84 दिन की शर्त रखी थी। कोरोना की तीसरी लहर तेज होती नहीं दिख रही है। कम्युनिटी इम्युनिटी और वैक्सीन प्रोटेक्शन (vaccine protection) की वजह से लहर भी होगी तो इसकी तीव्रता कम होगी।
उन्होंने कहा- हमने केंद्र सरकार (central government) को लिखा है कि पुणे शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा होने के आंकड़े सामने आने के बाद पुणे (Pune) में और टीके लगाए जाएं। हम भी आपूर्ति के लिए तैयार है। हालांकि, मोदी सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।