अभी कोयला चोरी, पहले गोल्ड तस्करी, रुजिरा ममता की नई कमजोरी

कोलकाता. ऑनलाइन टीम : पश्चिम बंगाल का सियासी पारा तेज है। मुख्य चेहरा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं। ममता का तमतमाता चेहरा रविवार को और लाल हो गया। पारिवारिक सदस्यों पर जैसे ही सीबीआई ने दबिश दी, ममता ने कहा-बाघिन हूं…और न जानें क्या-क्या। फिर उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के नाम का दूसरा चेहरा सामने आया। ये भी गुर्राये-नहीं डरता मैं किसी से। दोनों चेहरे इसलिए तमतमाए थे कि इन्हें तीसरे चेहरे को बचाना था। और वह चेहरा है अभिषेक की पत्नी रुजिरा का। रुजिरा के साथ ही उनकी बहन (अभिषेक की साली) मेनका गंभीर को भी सीबीआई ने रविवार को नोटिस दिया है।

याद रहे यह वही रुजिरा हैं, जिन्हें 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले 15 मार्च को कोलकाता एयरपोर्ट पर दो किलो सोने के साथ पकड़ा गया था। कहा तो यह भी जाता है कि कस्टम अधिकारियों ने उन्हें एयरपोर्ट पर रोका तो पुलिस वालों ने कस्टम अधिकारियों को धमकाया था। अभी भी सोना तस्करी का केस चल रहा है। अभिषेक इसी दौरान रुजिरा के बचाव में आए थे और उन्हें राजनीतिक विरोधियों का सामना करना पड़ा था।

सीबीआई ने कोयला घोटाले के मामले में नवंबर 2020 में पहली एफआईआर दर्ज की थी। बीते एक हफ्ते के दौरान सीबीआई ने कोयला मामले की जांच तेज की है। शुक्रवार को ही एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के चार जिलों में 13 जगहों पर छापेमारी की। कुछ महीने पहले सीबीआई ने इस मामले में बंगाल, झारखंड, बिहार और यूपी में एक ही दिन में 45 ठिकानों पर छापेमारी की थी। कोयला चोरी का मास्टरमाइंड अनूप मांझी उर्फ लाला अभी फरार है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी पहले ही जारी किया जा चुका है। काजोर और कुनुस्तोरिया इलाकों में ईसीएल की लीज पर ली गई खदानों से अवैध खनन और कोयले की चोरी का आरोप है।