CM ठाकरे का जिलाधिकारी, पुलिस प्रशासन को आदेश; कहा- ‘भीड़ हुई तो अत्यावश्यक सेवा भी बंद करें’

राज्य में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए सख्त प्रतिबंध की अमलबाजी कठोर तरीके से की जाए। साथ ही भीड़ होने पर अत्यावश्यक सेवा भी बंद करें, यह निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के जिलाधिकारी-पुलिस प्रशासन को दिए हैं। पिछले वर्ष हमने कोरोना पर काबू करने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की थी, लेकिन अभी की परिस्थिति बहुत ही मुश्किल और चुनौतियों से भरी हुई है। नियमों की अमलबाजी करते वक्त मन में कोई दुविधा न रखें, स्पष्ट रखें।

राज्य के सभी विभागीय आयुक्त व जिलाधिकारी, मनपा आयुक्त साथ ही पुलिस अधिकारियो की बैठक में मुख्यमंत्री ने यह आदेश दिया। विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह बैठक हुई।  उस समय उन्होने अधिकारियो को कड़क आदेश दिए। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि जिवनावश्यक और आवश्यक सेवा को बंद नहीं किया है। हालांकि उन जगहों पर नियमों का उल्लंघन होता है या भीड़ होती है तो उस सुविधा को स्थानीय प्रशासन बंद कर दे। देखा गया है कि विवाह समारोह से बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण फैला है। इस दृष्टि से सभी नियम सही तरीके से पाले जाते हैं कि नहीं इस पर जिला और पुलिस प्रशासन नजर रखे। ऐसा उद्धव ठाकरे ने कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष संक्रमण की रफ्तार बहुत तेज है। ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर कोशिश कर रहे हैं। साथ ही ऑक्सीजन का उचित इस्तेमाल साथ ही रेमडेसिवीर के संबंध में उचित कदम उठाए जाएंगे। साथ ही जम्बो कोविड सेंटर आने वाली बारिश और बादल को ध्यान में रखकर सुरक्षित है या नहीं इसकी भी जांच करें। सभी अस्पताल के फायर ऑडिट जल्द से जल्द करें। इसमें कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

हमने जो प्रतिबंध लगाए हैं उसका उद्देश्य कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना है। किसी भी तरह का संदेह हो तो तुरंत मंत्रालय से मार्गदर्शन मांगे, ऐसा मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने कहा। इस बीच राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 58, 952 मरीज मिले हैं और 278 लोगो की मौत हुई है। इलाजरत मरीज की संख्या पहली बार 6 लाख से ज्यादा हुआ है। मंगलवार की तुलना में बुधवार को मरीजों की संख्या में कमी आई है।