पर्यावरण सुरक्षा के लिए नागरिक और सामाजिक संस्थाएं आगे आएं : श्रवण हर्डिकर

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पर्यावरण की सुरक्षा और नदियों में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन के साथ सामाजिक संस्थाओं और नागरिकों द्वारा इसमें सहभागिता बढ़ाने से देश के समक्ष आने वाली गंभीर समस्या का समाधान होगा। यह भरोसा पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के आयुक्त श्रवण हर्डिकर ने जताया है। वहीं विधायक महेश लांडगे ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सप्ताह में एक दिन वाहन का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांसेप्ट पर शुरू किए गए ङ्गस्वच्छ भारत अभियानफ और ङ्गनमामि गंगे अभियानफ के मद्देनजर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन से इंद्रायणी नदी की पवित्रता बनाए रखने के लिए रविवार को भोसरी के गावजत्रा मैदान में अविरत श्रमदान संस्था, साइकिल मित्र पुणे, महेशदादा स्पोर्ट्स फाउंडेशन और पिंपरी-चिंचवड़ मनपा द्वारा संयुक्त रूप से ङ्गरिवर साइक्लोथॉन 2018 अभियानफ का उद्घाटन मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर के हाथों किया गया। इस दौरान महापौर राहुल जाधव, विधायक महेश लांडगे, मनपा स्वच्छ भारत अभियान की एंबेसडर अंजलि भागवत, राष्ट्रीय खिलाड़ी पूजा शेलार, नीता राजपूत, रिवर साइक्लोथॉन निमंत्रक पै। सचिन किशनराव लाडंगे, नगरसेविका भीमा फुगे, हीरानानी घुले व अतिरिक्त मनपा आयुक्त संतोष पाटिल आदि उपस्थित थे।

इस साइक्लोथॉन में 6700 साइकिल प्रेमियों ने ऑनलाइन जबकि रविवार सुबह स्पर्धा से पहले 800 साइकिल प्रेमियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। राज्य में पहली बार 7 हजार से अधिक साइकिल प्रेमी इस रैली में शामिल हुए। इस मौके पर अंजलि भागवत ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रिवर साइक्लोथॉन रैली के उत्साह ने ओलंपिक की याद दिला दी। बाल साइकिल प्रेमी से लेकर 80 की उम्र से अधिक के साइकिल प्रेमियों ने इस रैली में भाग लिया। सभी को प्रमाणपत्र, ट्रॉफी, तुलसी पौधा, टी शर्ट, टोपी दी गई। लकी ड्रॉ के विजेता साइकिल प्रेमियों को एसएसएस साइकिल वर्ल्ड के द्वारा साइकिल दी गई। इस रैली के दौरान रूबी एल केयर ने एंबूलेंस की व्यवस्था दी थी।

इंद्रायणी की सुरक्षा स्थायी बनाए रखने के लिए व्यवस्था की जाए : महेश लांडगे
इस संबंध में विधायक महेश लांडगे ने कहा कि इंद्रायणी स्वच्छता अभियान रिवर साइक्लोथॉन बाढ़ तक सीमित न रहकर ङ्गएक कदम भावी पीढ़ी के लिए-इंद्रायणी की रक्षा के लिएफ आगे भी हमेशा जारी रहेगा। इनमें विभिन्न संस्थाओं, संगठनों को शामिल किया जाएगा। इस अभियान के जरिए पौधारोपण व उसके संवर्धन, पानी रोको-पानी सोखो  (पानी पाडवा -पानी जिरवा), पशु, पक्षी के संवर्धन, पक्षालय शुरू करने, त्यौहारों में निर्माल्य व मूर्तियां नदी में नहीं डालने की जनजागृति करने, सप्ताह में एक दिन किसी भी तरह के वाहन का इस्तेमाल नहीं करने जैसे विभिन्न पर्यावरणपूरक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसमें नागरिकों से शामिल होने की उन्होंने अपील की।