पुणे, 15 जून : टीडीआर मामले में फाइल पर टिप्पणी देने के लिए एक व्यवसायी से 50 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते मनपा की मुख्य विधि सलाहकार ऐड. मंजूषा इधाटे को पुणे के एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने सोमवार को रंगे हाथ पकड़ लिया। दोपहर 4 बजे इधाटे को मनपा में उनके कार्यालय में पकड़ा गया. खास बात ये है कि हाल ही में उन्हें प्रमोशन मिला था और वह 30 जून को रिटायर करने वाली है। पुणे के एसीबी दवारा की गई कार्रवाई से खलबली मच गई है।
मिली जानकारी के अनुसार एक व्यवसायी के प्लॉट के भूमि अधिग्रहण करने के बदले मिलने वाले टीडीआर की फाइल क़ानूनी टिप्पणी के लिए विधि विभाग के पास आई थी। इस फाइल पर टिप्पणी के लिए इधाटे ने व्यवसायी से 50 हज़ार रुपए की रिश्वत मांगी थी। व्यवसायी ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी। इसके बाद एबीसी के सुप्रीटेंडेंट मनोज बनसोडे के मार्गदर्शन में डिप्टी सुप्रीटेंडेंट सीमा मेहंदले व पुलिस इंस्पेक्टर ज्योति पाटिल ने सोमवार की दोपहर इधाटे के कार्यालय में जाल बिछाया और उन्हें व्यवसायी से 50 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद मामले का पंचनामा कर उन्हें शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन लाया गया। यहां उनके खिलाफ केस दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
पिछले कई सालों से मनपा की सेवा में शामिल इधाटे पहले ही विधि सलाहकार पद से रिटायर हो गई थी। इसके बाद करीब साल भर पहले उन्हें अस्थाई मुख्य विधि सलाहकार बनाया गया था। जबकि दो महीने पहले जीबी से मंजूरी के बाद उन्हें अधिकृत विधि सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। इसी महीने वह रिटायर होने वाली थी. लेकिन 15 दिन पहले ही एसीबी की जाल में फंस गई है।