चंद्रयान-2 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर एम. वनिता चंद्रयान-3 मिशन से बाहर

समाचार ऑनलाइन- भारत के चंद्रयान-2 अभियान की प्रोजेक्ट डायरेक्टर एम. वनिता को चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट से हटा दिया गया है. इसलिए अब वह चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं होंगी. हालांकि रितु करिधाल, चंद्रयान-3 मिशन की डायरेक्टर के रूप में बनी रहेंगी. इन्हीं की टीम ने चंद्रयान-2 मिशन की जिम्मेदारी संभाली थी. वहीं वनिता के स्थान पर अब  पी. वीरामुथुवेल इस प्रोजेक्ट के नए प्रोजेक्ट डायरेक्टर होंगे.

बता दें कि वनिता की टीम के पास चंद्रयान-2 मिशन के सभी सिस्टम की जिम्मेदारी थी. विक्रम लैंडर भी उसी सिस्टम का हिस्सा था, जो कि  चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में विफल रहा था. हालाँकि इसरो ने अभी तक वनिता के ट्रांसफर किए जाने के कारण की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।

बता दें कि चंद्रयान-2 मिशन के लिए करिधाल को मिशन डायरेक्टर और वनिता की प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में नियुक्ति किए जाने के बाद देशभर में इसरो की प्रशंसा की गई थी.

इसरो के 27 नवंबर के पत्रक में एम. वनिता के ट्रांसफर संबंधी जानकारी दी गई है. इसके मुताबिक, “एम. वनिता एक महान वैज्ञानिक हैं और वह वर्तमान में चंद्रयान-2 मिशन की प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं. अब उन्हें PDMSA के उप निदेशक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है. इसरो मुख्यालय में कार्यरत पी.के. वीरामुथुवेल को चंद्रयान-3 मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है.”

पी. वीरामुथुवेल मिशन की मैनेजमेंट टीम के प्रमुख होंगे. इसरो द्वारा 7 दिसंबर को जारी की गए आदेश में इस बात की जानकारी दी गई है. मिशन के विभिन्न चरणों के मद्देनजर, ISRO ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर के साथ-साथ 29 उप प्रोजेक्ट निदेशकों का चयन भी किया है. उनके पास लैंडर और रोवर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी.

क्या हुआ था 7 सितंबर को…

7 सितंबर को, चंद्रमा की सतह से 2.1  किलोमीटर की दूरी पर, लैंडर का इसरो के नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया था. इसलिए लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग की जगह हार्ड लैंडिंग करवानी पड़ी थी. हालाँकि सफलता के करीब होते हुए भी चन्द्रयान-2 मिशन विफल हो गया था.