चंद्रकांत पाटिल को विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती

सहकार क्षेत्र सम्बन्धी की गई घोषणाओं की पूर्तता कब?

राष्ट्रवादी हाइकमान शरद पवार का सवाल

कोल्हापुर। पुणे समाचार ऑनलाइन

आज राज्य की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, किसान से सले कोल्हापुर के उपकेंद्र से किये जा रहे हैं। इन शब्दों में राज्य के सहकारिता मंत्री चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधते हुए राष्ट्रवालेकर हर वर्ग मुश्किलों से जूझ रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री से लोगों को राहत देनेवाले फैसले की उम्मीद है। नीतिपूर्ण फैसले मुख्यमंत्री ही करते रहे हैं, मगर अब ऐसे फैदी कांग्रेस के हाइकमान शरद पवार ने सवाल उठाया कि, सहकार क्षेत्र के लिए कई घोषणाएं की गई हैं, उनकी पूर्तता कब होगी?

इतना ही नहीं उन्होंने पाटिल को उनके अपने गढ़ में विधानसभा चुनाव लडने की चुनौती भी दी। कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पवार ने कहा कि, चंद्रकांत पाटिल पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधानपरिषद में चुने गए हैं। उन्हें एक बार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए, फिर उन्हें समझ आ जायेगी।

उन्होंने आगे कहा, देश में चीनी का उत्पादन जरूरत से ज्यादा हुआ है। ऐसे में स्टॉक कम करने के लिए चीनी की निर्यात बढ़ानी जरूरी है। चीनी की निर्यात बढ़ाने के लिए उसका खर्च कम करना होगा। ट्रांसपोटेशन का खर्च केंद्र सरकार को उठाना चाहिए। इसके बिना चीनी को उचित बाजारमूल्य नहीं मिलेगा।

चीनी उत्पादन क्षेत्र की समस्याओं के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत भेजने की जानकारी देते हुए पवार ने बताया कि, इस मसले पर आज ही प्रधानमंत्री के साथ शाम 6 बजे उनकी मीटिंग है। पेट्रोल के दाम बढ़ने के बाद भी इथेनॉल के दाम नहीं बढ़ सके हैं, इस ओर ध्यानाकर्षित करते हुए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे की गई मुलाकात के बारे में पूछने पर कहा, राहुल गांधी के साथ उनकी देशहित के बारे में चर्चा हुई। हमारी वजह से भाजपा का लाभ न हो इसके लिए राष्ट्रवादी और कांग्रेस एकसाथ ही है। संसदीय लोकतंत्र के विरोध में काम करनेवालों के खिलाफ ही हम हैं। डेढ़ माह में देशभर में हुए 10 चुनावों में भाजपा की हार हुई है, यह बताना भी वे नहीं भूले। न्याय पालिका अपने दायरे से बाहर जा रही है, इसलिए जनता के सामने लाने के लिए विरोध किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने नानार प्रोजेक्ट के विरोध के मद्देनजर नानार जाने की जानकारी दी। वहाँ 10 मई को दौरा करेंगे हांलाकि वहां कोई सभा नहीं करेंगे।