Chandrakant Patil : ‘वलसे पाटिल मामला दर्ज करो, हम डरते नहीं हैं, आप कमीशन के लिए बैठे हैं; देशमुख ऐसे ही धमकी  देते-देते   गए’

पुणे : ब्रुक फार्मा कंपनी के मालिक की जांच मामले में भाजपा नेताओं पर कार्रवाई करने के संकेत राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने दिए हैं। वलसे पाटिल द्वारा चेतावनी देने के बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इसका जवाब दिया है। दिलीप वलसे पाटिल कोई भी केस दर्ज करें, कोई डरता नहीं है, आप कमीशन के लिए बैठे हैं। खुशी खुशी मामला दर्ज करे, अनिल देशमुख धमकी देते-देते गए, यह चेतावनी भी चंद्रकांत पाटिल ने दि।

विपक्ष नेता देवेंद्र फ़डणवीस ने पुलिस पर दबाव डालने की कोशिश की, सरकारी काम में हस्तक्षेप किया है, ऐसा गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा है। आने वाले दिनो में मामला दर्ज करने का निर्णय लिया जा सकता है। दिलीप वलसे पाटिल की चेतावनी पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने प्रतिक्रिया दी है। चंद्रकांत पाटिल कोविड केयर सेंटर का सर्वेक्षण करने के लिए आए थे। बॉय कर्वे हॉस्टल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कोविड केयर सेंटर बनाया है।

वलसे पाटिल ने इंजेक्शन दिया तो वो आगे जाता है

चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि केंद्र ने रेमडेसिविर देना नहीं है। यह पत्र गुजरात एफडीए ने दिया है। इस मामले में सरकार चित्त हो गई है। देवेंद्र फडणवीस और प्रवीण दरेकर इस मामले की समीक्षा कर रहे हैं। एडवांस न देने पर कंपनी ने रोक लगाई है। हम देने के लिए निकले तो हमारे ऊपर आरोप लगाए गए। जो तैयार है उसे धमका रहे हैं, इस तरह के कई केस दर्ज करे, हम डरते नहीं है। वलसे पाटिल को ये सब आसान लगा था, उन्हे इंजेक्शन दिया तो वो आगे जाता है। कमीशन के लिए यह सरकार बैठी हुई है। यह आरोप पाटिल ने ठाकरे सरकार पर लगाया है।

हम राजनीति में माहिर हैं

पाटिल ने आगे कहा कि कोरोना की गंभीर परिस्थिति ठाकरे सरकार के हाथ से निकल रही है तो वो केंद्र पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं। हम भी राजनीति में माहिर हैं। रोज झूठ बोलते हैं, महाराष्ट्र में वैक्सीन ज्यादा आए हैं, वो या तो बर्बाद हुए या फिर कालाबाजारी हुई। यह मेरा खुला आरोप है, उसकी श्वेत पत्र निकाले।

मुख्यमंत्री के रूप में आप क्या कर रहे हैं

महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति हाथ से निकल गई है। सब कुछ का ठीकरा केंद्र पर फोड़ रहे हैं। हालंकि इन्हे तो झूठ बोलना है कि मोदी फोन नहीं उठा रहे हैं, मोदी ने फोन पर उद्धव ठाकरे से बात की, उसके बाद ऑक्सीजन पर बैठक हुई। कल अगर लोग मंत्री, विधायक के घर में घुस जाए तो आपको आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री के रूप में आप क्या कर रहे हैं, आप जनता से बात क्यों नहीं कर रहे हैं, यह सवाल पाटिल ने उठाया है।