Central Railway | ऑटोमोबाइल की लोडिंग हेतु मध्य रेल ने प्रोटोटाइप कोच विकसित किया

मुंबई (Mumbai News) : भारतीय रेल (Indian Railway) पर पहली बार मध्य रेल (Central Railway) ने साइड एंट्री के साथ एक प्रोटोटाइप कोच ऑटोमोबाइल (Prototype Coaches Automobiles) की लोडिंग के लिए अन्य बेहतर सुविधाओं के साथ विकास किया है। पिछले साल, मध्य रेल (Central Railway) ने आरडीएसओ (RDSO) और ऑटोमोबाइल (Automobiles) निर्माताओं के साथ समन्वय में अनुपयोगी यात्री कोच से हाई स्पीड ऑटोमोबाइल करियर (High Speed Automobile Careers) (एनएमजीएच) विकसित किया, जिसमें 110 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता और बेहतर सुविधाओं के साथ 12 टन के उच्च पेलोड व अन्य निम्न फीचर्स:

 

  • चौड़ा प्रवेश
  • चेकर्ड शीट के साथ मजबूत फ्लोर
  • नेचुरल पाइप लाइट
  • गाइडेंस के लिए पेवमेंट मार्कर और रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप।
  • सुगम प्रवेश के लिए फॉल प्लेट की बेहतर व्यवस्था
  • लॉकिंग में आसानी के लिए बैरल लॉक के साथ बेहतर एंड डोर डिज़ाइन।

 

 

इसके अलावा, दोपहिया उद्योग के साथ बातचीत और व्यवसाय विकास इकाइयों (Business Development Units) (बीडीयू) से प्राप्त फीडबैक के आधार पर, आरडीएसओ, लखनऊ के सहयोग से परेल कारखाने ने साइड एंट्री (एनएमजीएचएस) और 18 टन की उच्च वेतन भार क्षमता के साथ एक नया डिजाइन ऑटोमोबाइल कैरियर विकसित किया है। NMGH के पुराने संस्करण की 12 टन क्षमता की तुलना में साइड एंट्री के साथ 18 टन का अधिक पेलोड इसे यूनिवर्सल कोच (Universal Coach) बनाता है जिसका उपयोग न केवल विभिन्न प्रकार के ऑटोमोबाइल के लिए बल्कि पार्सल ट्रैफिक के लिए भी किया जा सकता है। इस कोच को परेल वर्कशॉप द्वारा आरडीएसओ/लखनऊ के सहयोग से केवल 30 दिनों के रिकॉर्ड समय में विकसित किया गया है।

 

 

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई (Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus Mumbai) में आज श्री अनिल कुमार लाहोटी (Anil Kumar Lahoti), महाप्रबंधक, मध्य रेल ने इस प्रोटोटाइप कोच का निरीक्षण किया एवं  कहा कि एनएमजीएचएस कोच उच्च पे लोड और साइड एंट्री डिजाइन के साथ विभिन्न प्रकार के ऑटोमोबाइल और पार्सल यातायात के तेज और सुरक्षित परिवहन में गेम चेंजर साबित हो सकता है। श्री लाहोटी ने कहा कि हाल के वर्षों में मध्य रेल पर ऑटोमोबाइल यातायात में भारी उछाल आया है। वर्ष 2019-20 के दौरान, 118 रेक लोड किए गए जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 278 रेक हो गए। अप्रैल से अक्टूबर (3.10.2021) की अवधि के दौरान, मध्य रेल ने 200 ऑटोमोबाइल रेक लोड किए जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (86 रेक) की तुलना में 133% अधिक है।

 

ऑटोमोबाइल मुख्य रूप से पुणे मंडल (Pune Division) के चिंचवड़, भुसावल से नासिक, नागपुर के अजनी और मुंबई मंडल के कलंबोली से लदान होते हैं। परंपरागत रूप से, फतुआ, चांगसारी, चितपुर, हटिया आदि के लिए ऑटोमोबाइल लोड किए गए हैं। लेकिन, हाल ही में, फरुखाबाद, ओखला, कपिलास रोड आदि जैसे नए गंतव्य जोड़े गए हैं। बांग्लादेश को चिंचवड़, अजनी और कलंबोली से भी ऑटोमोबाइल निर्यात किए गए हैं।

 

 प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता ए.के. गुप्ता, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक मुकुल जैन, प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक मणिजीत सिंह, मंडल रेल प्रबंधक शलभ गोयल (Divisional Railway Manager Shalabh Goyal) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

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