मर्दानगी का सच जानने हैवान इंजीनियर को दिल्ली लाई सीबीआई, सामने आएगी कारस्तानी 

नई दिल्ली . ऑनलाइन टीम : उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के हैवान जूनियर इंजीनियर राम भुवन यादव की हैवानियत एक-एक कर सामने आ चुकी है।  उस पर पिछले 10 वर्षों से बच्चों का यौन उत्पीड़न करने और उनके वीडियो तथा तस्वीरों को बेचने का आरोप है। यह कारस्तानी उसने चित्रकूट, बांदा और हमीरपुर जिलों में 5 से 16 साल की आयु के करीब 50 बच्चों के साथ किया है। आज सोमवार को एम्स में उसका फोरेंसिक, मेडिकल और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया जाने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा उसकी मनोवैज्ञानिक दशा का आकलन एवं स्वर विश्लेषण एवं पुंसत्व का परीक्षण किया जाएगा। एम्स के विशेषज्ञ उसकी मनोवैज्ञानिक दशा का विस्तृत मूल्यांकन करेंगे । यह पता लगाने के लिए केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला में उसका स्वर विश्लेषण किया जाएगा कि उसके निवास पर तलाशी के दौरान मिले वीडियो में आवाज उसी की है।

सीबीआई के मुताबिक बच्चों का यौन उत्पीड़न करने के अलावा आरोपी अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से इन कृत्यों की रिकॉर्डिंग करता था। इसके बाद वहशियाना हरकत की रिकॉर्डिंग डार्क वेब पर बेच देता था। चाइल्ड पॉर्न मैटिरियल बेचने के लिए भारतीय और विदेशी नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में था। आरोपी के पास से बड़े पैमाने पर बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ा डेटा बरामद हुआ है। इस कथित बाल यौनाचारी रामभुवन को सीबीआई की विशेष इकाई ने पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया था।

अधिकारियों ने बताया कि उसकी मर्दानगी जांच भी कराई जाएगी ताकि वह भविष्य में यह दावा न कर दे कि वह यौन हरकतें करने में असमर्थ है। अधिकारियों ने कहा कि समझा जाता है कि आरोपी ने जांचकर्ताओं से कहा कि वह हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट जिलों में चुपचाप अपनी ये सारी चीजें कर रहा था और पांच से 16 साल के बच्चों को अपना शिकार बना रहा था।