लूटखसोट करनेवाले एंबुलेंसचालकों के पर दर्ज होंगे फिरौती व ठगी के मामले

पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश की चेतावनी
पिंपरी। महामारी कोरोना के संकटकाल में एंबुलेंस और शववाहिका चालकों द्वारा मरीजों और उनके परिजनों से लूटखसोट की जा रही है। इस बारे में भाजपा के वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण जगताप द्वारा आवाज उठाने के बाद आरटीओ ने दर निर्धारित कर मनमानी करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। अब लोगों से लूटखसोट करनेवाले एंबुलेंस चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने भी कमर कस ली है। पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने चेतावनी दी है कि लूटखसोट करनेवालों के खिलाफ फिरौती और ठगी का मामला दर्ज किया जायेगा।
मंगलवार को एक सँवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त ने कहा कि, कुछ ट्रस्ट और सामाजिक संगठनों के नाम पर एम्बुलेंस संचालित कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग एंबुलेंस सेवा, जिसे एक सामाजिक उद्यम के रूप में शुरू किया गया था, लोगों से मनमाने पैसे ऐंठकर मरीजों के परिजनों को लूट रहे है। यह उनके संगठनों को भी बदनाम कर रहा है।  पुणे जिले में एम्बुलेंस के लिए दरें निर्धारित की गई हैं।  इसके अनुसार संबंधित को पैसा लेना अनिवार्य है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा ने कोरोना ग्रस्त मृतकों के दाह संस्कार के लिए तीन संगठनों को जिम्मेदारी दी है।  इसलिए मृतक के परिजनों से बिना पैसे लिए शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। मनपा संबंधित संस्थानों को एक निश्चित राशि का भुगतान कर रहा है। फिर भी कुछ लोग मृतकों के परिजनों से लूटखसोट कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में, कुछ सिलेंडरों के लिए पैसा रोगी के रिश्तेदारों से लिया जाता है। चूंकि ग्राम पंचायत स्तर पर कुछ सुविधाएं मुफ्त नहीं दी जा रही हैं, अतः कुछ सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में जिला परिषद द्वारा प्रदान की जा रही हैं। कुछ सुविधा के लिए, रोगियों को भुगतान करना पड़ता है। ऐसी शिकायतें हैं कि उपरोक्त तीनों सेवाओं में शामिल लोग रोगियों के रिश्तेदारों से पैसा निकाल रहे हैं। आयुक्त ने यह चेतावनी दी है कि ऐसे लोगों पर फिरौती और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाएगा। पहले से ही नागरिक लॉकडाउन, काम बंद होने के साथ-साथ कोरोना से त्रस्त हो चुके हैं।  उन्हें और परेशान करना गलत है। नागरिकों को किसी भी तरह की लूट के मामले में पुलिस स्टेशन जाना चाहिए और शिकायत दर्ज करनी चाहिए। वहां सेवा ऐप में जानकारी भरें। यदि उसके बाद भी कोई शिकायत दर्ज नहीं की जाती है, तो कंट्रोल रूम को सूचित किया जाएगा और संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में 9134424242 और 9529691966 इन नम्बरों पर संपर्क करने की अपील भी उन्होंने की हैं।