सावधान ! बच्चों को ‘ये’ 10 खाद्य पदार्थ न खिलाएं, स्वास्थ्य पर हो सकते हैं ‘नकारात्मक’ प्रभाव

समाचार ऑनलाइन- सभी माँ-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा स्वस्थ्य रहे. इसके लिए पौष्टिक आहार देना बहुत जरूरी होता है. इसलिए माता-पिता की कोशिश होती है कि बच्चों को अच्छा आहार दें. लेकिन यह कोशिश अनजाने में बच्चों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. क्योंकि ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें हैल्दी माना जाता है, लेकिन बच्चों को आगे जाकर इनके साइड इफैक्ट हो सकते हैं.

इसलिए इस आर्टिकल के जरिए जानें कि बच्चों के लिए यह खाद्य पदार्थ किस तरह से नुकसानदायी हो सकते हैं…  

नमक
नमक से बच्चों को गुर्दे संबंधी समस्या हो सकती है. इसलिए बच्चों के खाने में नाममात्र नमक का इस्तेमाल करें या हो सके तो टालें.

चीनी
बच्चों को मीठी चीजें न ही दें तो अच्छा है. बच्चों को इसकी आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि उन्हें नैचरल रूप से फल और अन्य चीजों से जरूरी शुगर मिल जाती है।

अगर बच्चे मीठा खाते हैं तो उनके दांत खराब हो सकते हैं, साथ मोटापा और डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्या हो सकती है.

शहद
शहद से बच्चे को बोटुलिज्म की दिक्कत हो सकती है. इसे एक गंभीर बीमारी के रूप में देखा जाता है, जिससे बच्चों की आंतों की नली में मौजूद एक जीवाणु के विकास से फैलती है। साथ ही शहद में उपस्थित कुछ बैक्टीरिया बच्चे की पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं।

गाय का दूध
गाय के दूध को लाभकारी माना जाता है. लेकिन इसमें मौजूद प्रोटीन, पोटेशियमन और सोडियम की अत्यधिक मात्रा से बच्चे का पाचन सिस्टम खराब हो सकता है.

कच्ची गाजर
कच्ची गाजर और मूली जैसी कड़क चीजें बच्चो को नहीं खिलानी चाहिए। क्योंकि यह बच्चे के गले में फंस सकती हैं. साथ उनका पाचन सिस्टम भी खराब हो सकता है.

संतृप्त वसा
बच्चों को चीजें न खिलाएं, जिनमें संतृप्त वसा की मात्रा अधिक है, जैसे कि क्रिस्प, बिस्कुट और केक आदि.

नट्स और मूंगफली
ध्यान रखें 5 साल से कम उम्र के बच्चों को नट्स और मूंगफली न दें.  क्योंकि इनका गले में फंसने का डर रहता है.

चावल का पानी
5 साल से कम आयु के बच्चों को चावल का पानी भी नहीं पिलाना चाहिए. क्योंकि इसमें आर्सेनिक अधिक मात्रा में पाया जाता है. नतीजतन मतली और उल्टी, खांसी, थकान, बुखार, सिरदर्द, पेट दर्द आदि समस्या हो सकती है.

कच्ची मछली या अंडा
हमेशा याद रखें कि बच्चों को कभी भी कच्ची या अधपकी मछली जैसे मसल्स, क्लैम और सीप न खिलाएं. इससे फूड पॉइजनिंग हो सकता है. साथ ही बच्चों को कच्चा या कम उबला अंडा भी नहीं खिलाना चाहिए.

चीज़
छोटे बच्चों को हल्के चेडर पनीर, कॉटेज पनीर और क्रीम पनीर नहीं खिलाना चाहिए.