क्या महाराष्ट्र में लग सकता है राष्ट्रपति शासन, सरकार बनाने के लिए ये है 5 विकल्प

मुंबई, 12 नवंबर – सोमवार को राज्यपाल ने तीसरी सबसे बड़ी पार्टी एनसीपी से पूछा कि क्या वह सरकार बना सकती है. एनसीपी को अगले 24 घंटे के अंडर यानी रात साढ़े 8 बजे तक समर्थन पत्र के साथ सरकार बनाने का दावा पेश करना होगा। अगर एनसीपी सरकार नहीं बना सकती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन भी लग सकता है. अब महाराष्ट्र में सरकार बनाने के क्या विकल्प बचे है.
पहला विकल्प
एनसीपी को आज रात साढ़े 8 बजे राज्यपाल को बताना होगा कि वो सरकार बनाने में समर्थ हैं या नहीं। एनसीपी को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से समर्थन मिल सकता है, लेकिन बिना शिवसेना के समर्थन का सरकार बनाना संभव नहीं होगा। शिवसेना चाहेगी कि उनकी पार्टी का ही मुख्यमंत्री बने. ऐसे में एनसीपी सरकार बनाने के प्रस्ताव को ठुकरा सकती है.
दूसरा विकल्प 
राज्यपाल कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुला सकती है. वैसे ये भी मामला उलझा हुआ है.कांग्रेस को एनसीपी का समर्थन मिल सकता है लेकिन उनके लिए शिवसेना का समर्थन लेना आसान नहीं होगा। कांग्रेस को इस बात का भी डर है कि कही शिवसेना से समर्थन लेने पर उनका मुस्लिम वोट बैंक खिसक न जाये।
तीसरा विकल्प 
कांग्रेस और एनसीपी दोनों  के सरकार बनाने से इंकार करने पर राज्यपाल राष्ट्रपति शासन लगा सकते है, लेकिन अगले कुछ दिन बाद कांग्रेस का मन बदल जाये और वो समर्थन देने को तैयार हो जाये तो शिवसेना की सरकार बन सकती है.
चौथा विकल्प 
बीजेपी ने भले ही सरकार बनाने से इंकार कर दिया हो, लेकिन चीजें बदल सकती है. कानून विशेषज्ञो का मानना है कि बाकी बची पार्टियों दवारा सरकार बनाने से इंकार करने पर बीजेपी एक और कोशिश कर सकती है.
पांचवा विकल्प 
अगर राज्यपाल को लगता है कि राष्ट्रपति शासन लगाने के बाद भी कोई पार्टी पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है तो फिर वहां नए सिरे से चुनाव कराये जा सकते है.