Buldhana News | महाराष्ट्र के बुलढाणा में 3 साल के बच्चे के गले से निकाला सेल, बिना एनेस्थेसिया के किये गए ऑपरेशन की चर्चा

बुलढाणा : पुणे समाचार ऑनलाइन (Punesamachar Online) –  Buldhana News  | बुलढाणा के एक डॉक्टर ने अलग ही कमाल किया है। इस डॉक्टर की प्रशंसा पुरे बुलढाणा (Buldhana) में हो रही है। इस डॉक्टर (Doctor) ने एक बच्चे के गले से बैटरी निकालने में सफलता पाई है। बिना एनेस्थेसिया का इस्तेमाल किये डॉक्टर ने यह ऑपरेशन (operation) किया। एक बच्चे ने बैटरी निगल लिया था। इसके बाद उसकी तबीयत ख़राब हो गई थी। उसके परिवार वाले उसे तुरंत पास के डॉक्टर के पास लेकर गए। स्थानीय डॉक्टर ने कहा कि बच्चे को तत्काल सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराये। उस वक़्त तक लड़के को सांस लेने तकलीफ होनी शुरू हो गई थी. साढ़े तीन साल के लड़के की बढ़ती तकलीफ को देखते हुए अभिभावक ने उसे तुरंत प्रकाश चिल्ड्रन हॉस्पिटल (Prakash Children Hospital) में भर्ती कराया। वहां भर्ती करने के बाद डॉक्टर सचिन सांगले (Dr. Sachin Sangle) ने बच्चे के गले का एक्सरे निकाला। उन्हें अनाज की नली में बैटरी नज़र आई। इसके बाद डॉक्टर ने सलाह दी कि अकोला जाकर इसका एंडोस्कोपी कराये। लेकिन अभिभावक ने विनती की कि बच्चे का यही उपचार करे। इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे के के गले से सेल निकालने के लिए एक उपाय किया जो अब तक किसी ने नहीं किया था। buldana news doctor removed battery cell from three years children without anesthesia from throat

ऐसे निकाला बच्चे के गले से सेल

डॉक्टर ने फोलिज कैथेटर का टोक बच्चे के मुंह में डाला। कुछ समय तक कैथेटर (catheter) मुंह के अंदर डालने के बाद, दूसरे टोक में सलाइन लगाया गया। कैथेटर के अगले हिस्से में एक छोटा बैलून तैयार हो गया था । बैलून तैयार होने के बाद कैथेटर को धीरे धीरे बाहर निकाला गया।

जब कैथेटर बाहर निकाला गया तो बच्चे के माता-पिता और डॉक्टर हैरान रह गए। उस बैलून के साथ सेल भी बाहर आ गया था। सेल के एक तरफ से लाल रंग निकल रहा था। इस पर डॉक्टर ने कहा कि सेल में लिथियम होता है। उसका पिघलना शुरू हो गया था। अगर सेल और ज्यादा देर तक गले में रहता तो बच्चे की जान बचाना मुश्किल हो सकता था। बिना एनेस्थेसिया (without anesthesia) का इस्तेमाल किये गले से सेल निकाल लिया गया, यह बहुत आश्चर्यनक है। पुरे जिले में इस ऑपरेशन की चर्चा है।