ब्रिगेडियर की खुदकुशी: सेना के 4 अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज

पुणे। पुणे रेलवे पुलिस ने 57 वर्षीय ब्रिगेडियर की आत्महत्या के मामले में सेना के चार वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रेलवे पुलिस के अनुसार ब्रिगेडियर के बेटे ने शिकायत दी है कि सेना के चार वरिष्ठ अधिकारियों ने उसके पिता को आत्महत्या के लिए उकसाया था। खुदकुशी मामले की जांच के दौरान पुलिस के हाथ एक नोट भी लगा है, जिसे कार्रवाई के दौरान ध्यान में रखा गया है।
खुदकुशी करनेवाले ब्रिगेडियर का नाम अनंत नाईक (57) है। वे पुणे में मिलिट्री के एएफएमसी में हेड ऑफ द डिपार्टमेंट हॉस्पिटल ऍडमिनिस्ट्रेशन के तौर पर कार्यरत थे। वे मूल भुवनेश्वर के रहवासी है। उनकी खुदकुशी के मामले में पुणे रेलवे पुलिस ने ब्रिगेडियर ए. के श्रीवास्तव, मेजर बलप्रीत कौर, मेजर निलेश पटेल और लेफ्टिनेंट कर्नल कुशाग्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस बारे में अंनत नाइक के पुत्र अभिषेक नाईक ने शिकायत दर्ज कराई है।
ब्रिगेडियर नाईक ने 18 अप्रैल को ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। वे अपनी स्टाफ कार में पुणे रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। उन्होंने अपने साथ आए ड्राइवर से कहा था कि वह कुछ काम के लिए मूवमेंट कंट्रोल ऑफिस में जा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर  को बाहर छोड़ा और दोपहर करीब सवा 12 बजे प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर उद्यान एक्सप्रेस ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस अधीक्षक (जीआरपी) सदानंद वायसे पाटिल ने कहा, ‘सीसीटीवी फुटेज के अनुसार सेना के अधिकारी को प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर उद्यान एक्सप्रेस के सामने कूदकर खुदकुशी करते हुए देखा गया।
इससे पहले ब्रिगेडियर नाईक ने प्लेटफार्म नंबर 1 पर चेन्नई एक्सप्रेस के सामने भी खुदकुशी करने की कोशिश की थी। पुलिस को उनकी लाश के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था लेकिन उनके घर पर वह मिल गया। इसमें नाईक ने उक्त चारों अधिकारियों ने उन्हें बेवजह सताने और प्रताड़ित कर जांच शुरू कराने की बात कही है। उनकी प्रतिष्ठा को खराब किया, कौर ने उन पर गलत आरोप लगाए, यह भी उसमें लिखा गया है। नाइक के पुत्र की शिकायत के आधार पर पुलिस ने सेना के चार वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज छानबीन शुरू कर दी है।