Bribe Case : 10 हजार की रिश्वत लेते पुलिस उपनिरीक्षक समेत कर्मचारी को एंटी करप्शन की टीम ने किया गिरफ्तार

जलगांव : ऑनलाइन टीम – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बालू ले जाने वाले वाहन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर 10 हजार रुपये (रिश्वत) मांगने के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक और एक पुलिस कांस्टेबल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने गुरुवार (10 जून) को दोपहर करीब 1 बजे ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस घटना के बाद पुरे जिले पुलिस बल में हड़कंप मच गया है।

पुलिस उपनिरीक्षक सुनिल जगन्नाथ वाणी (56, भिरूड कॉलनी, जळगाव रोड, भुसावळ, जि. जळगाव) और पुलिस कर्मचारी गणेश महादेव शेळके (31, पुलिस वसाहत, वरणगाव, ता. भुसावळ, जि. जळगाव) गिरफ्तार आरोपी के नाम है। पीएसआय वाणी और पुलिस कर्मचारी शेळके वरणगाव पुलिस थाने में कार्यरत है।
साकेगाव ने दोनों के खिलाफ एंटी करप्शन विभाग में शिकायत दर्ज कराई है।

जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता के स्वामित्व वाला डंपर वरंगगांव थाने की सीमा के भीतर रेत का परिवहन करता है। उपनिरीक्षक वाणी व पुलिस अधिकारी शेलके ने वाहन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की थी। चूंकि शिकायतकर्ता का रिश्वत देने का कोई इरादा नहीं था, इसलिए उसने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने ट्रिब्यूनल में शिकायत की पुष्टि की।
इसके बाद जाल बिछाया गया। बाद में रिश्वत लेते हुए दोनों को रेड हैंड पकड़ा।

इस मामले में वाणी और शेलके के खिलाफ वरनगांव थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक, जलगांव रिश्वत रोकथाम विभाग, सतीश भामरे, पुलिस निरीक्षक संजोग बछव, नीलेश लोधी, पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी दिनेश सिंह पाटिल, अशोक अहिरे, सुरेश पाटिल, सुनील पाटिल के मार्गदर्शन में जलगांव भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा सफल जालसाजी कार्रवाई , मनोज जोशी, रवींद्र घुगे, जनार्दन चौधरी, सुनील शीर्षस्थ, नासिर देशमुख, प्रवीण पाटिल, प्रदीप पोल, ईश्वर धनगर और महेश सोमवंशी।

उनकी टीम ने पुलिस उपनिरीक्षक वाणी और पुलिस कर्मी शेल्के के खिलाफ रिश्वत लेने के आरोप में कार्रवाई की है। मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी कर रहे हैं।