पुणे, 9 नवंबर राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता एकनाथ खड़से के विवादित बयान को लेकर ब्राह्मण समाज आक्रामक हो गई है। एकनाथ खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैंने ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद दान कर दिया। इसे लेकर पुणे के ब्राह्मण महासंघ ने खड़से के बयान पर आपत्ति जताते हुए उन्हें तुरंत माफ़ी मांगने के लिए कहा है।
ब्राह्मण महासंघ के अध्यक्ष आनंद दवे ने कहा कि एकनाथ खड़से ने फडणवीस पर निशाना साधते हुए ब्राह्मण समाज पर जो बयान दिया है उसे वह वापस ले। अन्यथा पुणे में खड़से का एक भी कार्यक्रम नहीं होने देंगे। उनके बयान की वजह से राष्ट्रवादी कांग्रेस को पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में झेलना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि दान देने के लिए वह वस्तु अपने अधिकार में होना चाहिए। इसका खड़से को ज्ञान नहीं है इसका आश्चर्य है। खड़से दवारा इस बयान को वापस लेने के बाद जब वह यहां आएंगे तो उनसे पूछा जाएगा।
खड़से ने आखिर क्या कहा था ?
मैं नाथाभाऊ दिलदार हूं । मुझे कहा गया कि नाथाभाऊ अब आप घर बैठे मुझे मुख्यमंत्री बनना है। मैंने अच्छे दिल से दान कर दिया। एक व्यक्ति के दुलार में मुझे किनारे कर दिया गया। लेकिन एक ब्राह्मण को दान देने में क्या दिक्कत है। तब मैंने मुख्यमंत्री पद एक ब्राह्मण को दान कर दिया। एक व्यक्ति के दुलार में मुझे किनारे कर दिया गया। उसकी वजह से सरकार का काम ख़राब हुआ।