टेंशन में बीजेपी ! अपने राज्यों में दिल्ली चुनाव के बाद सर्जिकल स्ट्राइक करेगी बीजेपी, तौला जाएगा सरकारों को

नई दिल्ली, 15 जनवरी – लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद राज्यों में हो रहे चुनाव में भाजपा लगातार हार और समझौत की स्थिति में आ गई है. बताया जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा केंद्र शाषित प्रदेशों में अपनी ताकत लगाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी पार्टी और गठबंधन वाले राज्यों की सरकारों को लोकप्रियता और प्रदर्शन को सख्ती से परखेंगे।

इसमें खड़ा नहीं उतरने वाले डिप्टी सीएम और अन्य मंत्रियो को हटाया जाएगा। चुनाव बात पार्टी स्तर पर  मोर्चे के प्रदर्शन और सरकार के साथ डिप्टी सीएम व सीनियर मंत्रियों की लोकप्रियता को आंका जाएगा।

पांच राज्य रडार पर

बताया जाता है कि पार्टी पांच राज्यों पर ध्यान केंद्रित करने वाली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक राज्य के सीएम ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में पीएम के सामने ओडीएफ के मामले में गलत जानकारी दी. इसके बाद इस सियाम को अगस्त 2018 से अब तक मिलने का समय नहीं दिया गया है.

लोकसभा चुनाव की तुलना में झारखंड और हरियाणा में क्रमशः 18 और 22 % वोट कम हुए है. जबकि महाराष्ट्र में 8% वोट कम हुए है. पार्टी नहीं चाहती कि आने वाले सालों में जिनराज्यों में विधानसभा चुनाव होने है वहां पार्टी को स्थानीय नेतृत्व के कारण राजनीतिक परेशानी झेलनी पड़े. हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में केंद्रीय नेतृत्व की ओर से पांच साल फ्री हैंड मिलने के बावजूद सीएम अपना करिश्मा नहीं दिखा पाए.

सभी राज्यों पर अलग-अलग विचार

पार्टी सभी गठबंधन शासित 16 राज्यों पर मंथन करेगी। यहां के सीएम और डिप्टी सीएम की समीक्षा होगी। इस दौरान बेहतर प्रदर्शन और हालात संभालने की संभावना पर भी विचार होगा।