भाजपा ने सरकार गठन की नहीं छोड़ी उम्मीदें, शिवसेना के प्रति नरम रुख रखने की भाजपा की पॉलिसी 

मुंबई : समाचार ऑनलाइन –  महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा ने अपनी उम्मीदें नहीं छोड़ी है । भाजपा को अब भी उम्मीद है कि शिवसेना वापस भाजपा की तरफ लौटेगी। जिस तरह से दो दिन पहले नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीति भी क्रिकेट की तरह है, जो कभी भी अपना रुख बदल सकता है. इससे लग रहा है कि भाजपा  ने अभी उम्मीदें नहीं छोड़ी है.
पार्टी प्रवक्ताओं को सख्त हिदायत 
वहीं शरद पवार की शिवसेना के साथ उसके हार्ड हिंदुत्व को लेकर चर्चा जारी है. हिंदुत्व के मुद्दे को देखते हुए भाजपा के बड़े नेताओं ने केंद्रीय मंत्री और प्रवक्ताओं से शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, उनके पुत्र आदित्य ठाकरे पर निजी हमले करने से बचने के लिए कहा है ।
पार्टी को दायरा बढ़ाने का मौका मिलेगा 
भाजपा ने तय किया है कि इस मुद्दे पर केवल अमित शाह ही बोलेंगे। इसी के बाद बुधवार को अमित शाह ने शिवसेना के मुद्दे पर मीडिया में अपनी बात रखी ।   इस दौरान उन्होंने शिवसेना पर व्यक्तिगत या गलत टिप्पणी नहीं की ।  भाजपा ने तय किया है कि जब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी सरकार चलायेंगे तब हिन्दू पार्टी विकास के मुद्दे पर पार्टी का दायरा बढ़ने का मौका मिलेगा।
सरकार बनाने में विफल रहने का अफ़सोस 
भाजपा इस बात से जरूर परेशान है महाराष्ट्र जैसे राज्य  में ज्यादा सीटें लाने के बाद भी वह सरकार बनाने में विफल रही है ।  शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस बात के लिए मनाने में सफल रहे है कि वह शिवसेना के मुख्यमंत्री के लिए तैयार हो गई है ।  इससे महाराष्ट्र में भाजपा सदमे में है । अब भाजपा हिंदू वोट बैंक के लिए ठाणे-कोंकण बेल्ट में अभियान चलाकर कड़ी मेहनत कर सकती है ।