महिला अत्याचार व किसानों के मसले पर भाजपा बनी आक्रामक

‘सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज’; राष्ट्रवादी कांग्रेस ने की टिप्पणी
पिंपरी। सँवाददाता – राज्य में महिला अत्याचार के मामले बढ़े हैं। हिंगणघाट समेत सभी मामलों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व सजा की मांग और किसानों के लंबित मसलों की ओर सरकार का ध्यानाकर्षित करने के लिए भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाया है। पार्टी की शहर इकाई द्वारा मंगलवार की सुबह 11 बजे आकुर्डी तहसील कार्यालय के सामने धरना आंदोलन का ऐलान किया है। बहरहाल राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भाजपा के इस घोषित आंदोलन की खिल्ली उड़ाई है। पांच साल में फुल टाइम गृहमंत्री तक न दे सकने और पूरे राज्य में कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाने वालों का आंदोलन यानी ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को’ जैसे है। हिंगणघाट की दुर्भाग्यपूर्ण वारदात पर की जा रही सियासत खेदजनक भी बताया है।
पिंपरी मोरवाड़ी स्थित पिंपरी चिंचवड भाजपा के मध्यवर्ती कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार परिषदे में पार्टी के शहराध्यक्ष विधायक महेश लांडगे ने उक्त आंदोलन की घोषणा करते हुए कहा कि, महाविकास आघाडी की सरकार में महिलाओं पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं। महिलाओं पर अत्याचार करनेवाले अपराधियों पर नकेल कसने की बजाय महाविकास आघाडी सरकार के मंत्री गांव- गांव जाकर अपने सम्मान कराने में मशगूल हैं। इस सरकार में अपराधियों पर कानून का कोई धाक नहीं रहा है। इस मौके पर विधायक लक्ष्मण जगताप, सांसद अमर साबले, महापाैर उषा ढोरे, सभागृह नेता नामदेव ढाके, वरिष्ठ नेता एकनाथ पवार, सदाशिव खाडे, अमित गोरखे, उमा खापरे, शैला मोलक, सीमा सावले, अमोल थोरात, बाबू नायर आदि उपस्थित थे।
फडणवीस सरकार के फैसले रद्द करने का एकसूत्री कार्यक्रम
विधायक महेश लांडगे ने कहा कि, भाजपा के साथ विश्वासघात कर काँग्रेस– राष्ट्रवादी काँग्रेस के साथ मिलकर सरकार स्थापित करनेवाली शिवसेना ने महाराष्ट्र के किसानों के साथ धोखाधड़ी की है। महाविकास आघाडी के नेताओं ने किसानों के खेतों में जाकर आपदाग्रस्त किसानों को 25 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर और फल बगीचों के लिए 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मदद की घोषणा की थी, इसकी पूर्तता अब तक नहीं की गई है। कर्जमाफी की घोषणा भी भ्रामक रहने का आरोप उन्होंने लगाया है। सत्ता में आने के बाद कवक तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में किये गए लोकाभिमूख फैसलों को रद्द करने का एकसूत्री कार्यक्रम शुरू रहने की टिप्पणी करते हुए विधायक जगताप ने महाविकास आघाडी सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की है।
फडणवीस के शासनकाल में ही नागपुर बना क्राइम हब
भाजपा के घोषित आंदोलन पर ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को’ की टिप्पणी करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष सँजोग वाघेरे ने एक विज्ञप्ति के जरिये याद दिलाया कि, 2014 से 2019 इस दौरान राज्य में भाजपा की सरकार थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में राज्य को फूल टाइम गृहमंत्री तक नहीं मिल सका। पूरे राज्य में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी। हत्या, डकैती, बलात्कार, अवैध धंधे आदि के चलते महाराष्ट्र पूरे देश में सबसे असुरक्षित राज्य बना। खुद मुख्यमंत्री के गढ़ नागपुर का क्राईमरेट संपूर्ण महाराष्ट्र में सर्वाधिक था और उसकी नई पहचान क्राइम हब के तौर पर बनी। पिंपरी चिंचवड शहर में अलग आयुक्तालय की निर्मिति के बाद 15 अगस्त 2018 से 15 अगस्त 2019 तक शहर में 12 हजार आपराधिक वारदातें हुई।