मर रहे हैं पक्षी, डरा इंसान… देश के कई राज्यों सहित अब दिल्ली पहुंचा बर्ड फ्लू  

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैलने की ख़बरें आ रही हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में बड़ी तादाद में पक्षियों की मौत अचानक से हुई है। विशेषज्ञ कहते हैं कि एच5एन1 या एच7 तरह के जितने भी बर्ड इनफ्लूएंजा होते हैं, वे नैचुरली पैदा होते हैं। इकोलॉजिकल या एनवायरनमेंटल वजहों से जिन पक्षियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है, उनमें यह वायरस पनप सकता है।  भारत में पॉल्ट्री में मिलने वाला बर्ड फ्लू एच5एन1 वायरस है, जबकि कौवों में यह म्यूटेट किया हुआ रूप एच5एन8 पाया गया है।

देखा जाए तो बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंज़ा एक वायरल इंफ़ेक्शन है जो कि पक्षियों से पक्षियों में फैलता है। यह ज्यादातर पक्षियों के लिए जानलेवा साबित होता है। पक्षियों से इंसानों और दूसरे प्राणियों में पहुंचने पर यह उनके लिए भी घातक साबित होता है। बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में सामने आया था और तब से इससे संक्रमित होने वाले क़रीब 60 फ़ीसद लोगों की जान जा चुकी है। यही कारण है कि लोग डरे हुए हैं।

रविवार को दिल्ली स्थित लाल किले में 14 कौवे और संजय झील में 4 बत्तखें मरी मिली हैं। मयूर विहार फेज-3 के सेंट्रल पार्क में भी 8 से 10 कौवे मरे मिले हैं। हालांकि हेल्पलाइन नंबर पर एक से दो पक्षियों के मरने की कई सूचनाएं आईं। मतलब साफ है कि दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की एंट्री हो गई है। लुटियंस जोन समेत पूरी नई दिल्ली का रखरखाव करने वाली एनडीएमसी भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट पर है।

वैसे तो अधिकारियों का दावा है कि एनडीएमसी एरिया में अभी तक कहीं पर भी कोई मृत या बीमारी पक्षी नहीं मिला है, लेकिन जिस तरह से दिल्ली के अन्य इलाकों में मृत कौवों और बत्तखों के मिलने की खबरें आ रहीं हैं, उसे देखते हुए एनडीएमसी एरिया में भी विशेष एहतियात बरती जा रही है।  पशुपालन विभाग अलर्ट मोड में है और लगातार सर्विलांस में जुटा है। रविवार को विभाग को दिल्ली में पक्षियों के मरने की 60 से 70 कंप्लेंट पहुंची।