बिहार : अब अधिकारियों से पूछेगी सरकार, किस सेक्टर में काम करेंगे आप 

पटना : समाचार ऑनलाइन – बिहार में अधिकारियो को पोस्टिंग से पहले सरकार पूछेगी कि वह किस सेक्टर में काम करना चाहते हैं। सरकार इसकी तैयारी करीब-करीब पूरी कर चुकी है। दरअसल, सरकार चाहती है कि अधिकारियों को उनके रूचि के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण दिया जाये। इससे सरकारी योजनाओं के क्रियान्यवन से लेकर मॉनिटरिंग तक में फायदा मिलेगा। अधिकारी भी रूचि लेकर सरकारी योजनाओं के आगे बढ़ायेंगे और धरातल पर इसका लाभ नज़र आएगा।

इसमें ऐसे पदाधिकारियों को रखा जायगा, जिन्हें सरकार की ओर से प्रशासकीय प्रबंधन कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण दिया गया है। अब तक चन्द्रगुप्त प्रबंधन संसथान में 150 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण लेने वाले सभी पदाधिकारियों की सूचि बनाई तक रही है। पूरा प्रोफाइल सभी विभागों को उपलब्ध कराया जायगा।

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से प्रशिक्षण पाने वाले पदाधिकारियों को डायरेक्टरी बनायी जायेगी।

इसमें सम्बंधित पदाधिकारी का पूरा प्रोफाइल होगा। इसमें प्रशिक्षण से सम्बंधित बिंदुओं का विवरण होगा, ताकि एक नज़र में यह जानकारी मिले सके कि सम्बंधित पदाधिकारी की रूचि आखिर किस सेक्टर में है। इसको लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने निर्देश जारी कर दिया है।

सात निश्चय में मिलेगा लाभ
सामान्य प्रशासन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण पाने वाले पदाधिकारियों का सबसे ज्यादा उपयोग सात निश्चय योजनाओं में होगा। दरअसल मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर सभी विभाग अलर्ट है। सात निश्चय के तहत मुख्यमंत्री ने मूलभूत सुविधाओं को घर-घर तक पहुंचाने की योजना बनाई है। इसके अलावा रोजगार और शिक्षा के भी स्थान दिया गया है। सात निश्चय के तहत होने वाले कार्यों में दर्जन भर से अधिक विभाग सीधे तौर पर जुड़े हुए ह ।

इन विभागों के स्तर से तमाम योजनाएं संचालित की जा रही है। बिहार विकास मिशन की बैठक में इनकी समीक्षा भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्तर से की जाती है। इसके अलावा समय-समय पर मुख्य सचिव दीपक कुमार भी समीक्षा कर अधूरे कार्यों को तेज़ी से पूरा करने में बल देते रहते हैं। इन योजनाओं में प्रशिक्षित पदाधिकारिओं की पोस्टिंग से हर स्तर पर लाभ मिलेगा। योजनाओं को धरातल पर बेहतरीन तरीके से उतारने में सरकार को मदद मिलेगी। इसका लाभ जनता को मिलेगा।

सरकार का काम बदला है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोक प्रबंधन का काम जुड़ा है। प्रबंधन का सिद्धांत प्रशासन में भी लागू होता है। इससे लक्ष्य पाने में आसानी होती है। परिणाम भी बेहतर होते हैं। इसलिए नयी व्यवस्था की जा रही है। जो भी पदाधिकारी होंगे, उन्हीं से पूछा जायेगा वह किस सेक्टर में काम करेंगे। इसी के हिसाब से पोस्टिंग होगी।