वादाखिलाफी करने वाले बिल्डरों पर गिरेगी गाज, लेकिन कार्रवाई भी सवालों में 

पुणे | समाचार ऑनलाइन – खरीददारों से किये गए वादे पूरे नहीं करने वाले बिल्डरों को पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं. साथ ही मनपा ने स्पष्ट किया है कि दोषी पाए जाने पर बिल्डरों को हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए दी गई निर्माण अनुमति रद्द की जाएगी. हालांकि, प्रशासन के इस सख्त रुख पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि ऐसा केवल क्षेत्र विशेष के मामले में हो रहा है. जिन बिल्डरों को नोटिस भेजे गए हैं, वे सभी भोसरी निर्वाचन क्षेत्र के हैं. लिहाजा यह पूछा जा रहा है कि क्या चुनिंदा बिल्डरों को निशाना बनाकर व्यक्तिगत हित साधे जा रहे हैं?

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दरअसल, बिल्डर फ्लैट बेचने के लिए बड़े-बड़े दावे-वादे करते हैं, लेकिन बाद में उनसे मुकर जाते हैं. जिसके चलते कई बार फ्लैट मालिक और बिल्डर के बीच क़ानूनी लड़ाई भी शुरू हो जाती है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए भोसरी के विधायक महेश लांडगे ने निर्माण अनुमति विभाग के कामकाज की समीक्षा की और अधिकारियों को यह जांचने के निर्देश दिए कि बिल्डर अपने वादे पूरे कर भी रहे हैं या नहीं? जांच में जिन बिल्डरों को क्लीन चिट नहीं मिली, उन्हें अब नोटिस भेजे गए हैं. विधायक ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि ऐसे बिल्डरों के लाइसेंस रद्द किये जाएं. जानकारी के अनुसार, भोसरी क्षेत्र के करीब 25 बिल्डरों को मनपा की तरफ से नोटिस जारी किये गए हैं.

वहीं, विपक्ष के नेता दत्ता साने ने मनपा की इस कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं. उनका कहना है कि प्रशासन ने केवल भोसरी के बिल्डरों को ही नोटिस क्यों भेजे हैं? क्या इसमें किसी का व्यक्तिगत स्वार्थ छुपा है? आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनिंदा बिल्डरों को परेशान करके उनसे वसूली की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता, लिहाजा पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. साने ने इस संबंध में पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा है.