मुंबई, 6 नवंबर : कोरोना के कारण राज्य में सभी जगह लॉकडाउन लगाया गया। तभी से स्कूल-कॉलेज को बंद रखा गया है। अनलॉक की प्रक्रिया धीरे धीरे शुरू की गई लेकिन विधाथियों के लिए स्कूल नहीं खोला गया। इस वजह से विधार्थियों की परीक्षा, प्रवेश और शैक्षणिक वर्ष को लेकर चिंता बनी हुई है।
इस बीच शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दसवीं और बारहवीं के विधार्थियों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
उन्होंने कहा है कि 10 और 12वी के विधार्थियों की परीक्षा मई से पहले लेना संभव नहीं है। 9वी से 12वी तक स्कूल-कॉलेज दिवाली के बाद शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर जल्द निर्णय होगा। दिवाली के बाद स्कूल-कॉलेज शुरू होता है तो बच्चों के शैक्षणिक वर्ष पर असर नहीं पड़ेगा। विधार्थियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सावधानी के साथ स्कूल शुरू करने की तैयारी शिक्षा विभाग ने की है। दिवाली के बाद स्कूल-कॉलेज शुरू होता है तो मई में 10 और 12वी की परीक्षा हो सकती है।
10 और 12वी की परीक्षा हो इसका प्रयास किया जाएगा क्योकि ऐसा नहीं किया गया तो ग्रामीण क्षेत्र के विधार्थियों पर इसका असर हो सकता है। जून, जुलाई और अगस्त में बारिश शुरू होगी। तब फिर सितंबर महीने में परीक्षा लेनी पड़ेगी। इसक रिजल्ट आते आते विधार्थियों के शैक्षणिक वर्ष पर इसका असर हो सकता हो सकता है। इसलिए नवंबर में स्कूल खोलने की जरुरत है।
पहले चरण में 9 वी से 12 वी तक स्कूल शुरू किया जाएगा। बाकी का ऑनलाइन क्लास शुरू रहेगा। हमारे लिए विधार्थियों का स्वास्थ्य प्राथमिकता है। लेकिन शैक्षिणक वर्ष बर्बाद न हो इसकी तैयारी की जा रही है।
राज्य सरकार दवारा स्कूल-कॉलेज शुरू करने के लिए गाइडलाइन जारी किया जाएगा। इसमें 50% उपस्थिति अनिवार्य की जाएगी। शिक्षण मंत्रालय दवारा निर्णय लिए जाने के बाद इसे राज्य भर में लागू किया जाएगा। लेकिन स्थानीय प्रशासन कोविड की स्थिति को देखते हुए निर्णय ले सकते है।