BIG NEWS : पार्टी के खिलाफ काम किया तो कभी माफ़ नहीं करेंग़े: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का खडसे और मुंडे को इशारा

मुंबई: समाचार ऑनलाइन- एकनाथ खडसे और पंकजा मुंडे ने गोपीनाथ गढ़ से कल घोषित कार्यक्रम में अपनी नाराजगी व्यक्त की। इससे राज्य के सीनियर पार्टी लीडर नाराज हो गए हैं. इसके बाद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने अप्रत्यक्ष रूप से बागियों को चेतावनी दी है कि पार्टी के खिलाफ काम किया तो कभी माफ़ नहीं किया जाएगा.

आगे चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि, अगर मैं कल गोपीनाथ गढ़ नहीं गया होता, तो तीव्रता बढ़ जाती। मुझे कई लोगों ने चेताया था वहां न जाऊँ, क्योंकि वहां कुछ भी अप्रिय घटना हो सकती है. लेकिन मैं दृढ़ था. मैंने सोचा बातचीत से सबकुछ सुलझ सकता है.

गोपीनाथ गढ़ में मंच से पंकजा मुंडे ने विद्रोह के कई उदाहरण दिए जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज व स्वतंत्रता सेनानी सावरकर.  लेकिन महाराज ने मुगलों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, सावरकर ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था। स्वयं के विरुद्ध विद्रोह नहीं करना चाहिए. अपने लोगों के खिलाफ बहस नहीं करना चाहिए, बल्कि चर्चा करनी चाहिए. घर का झगड़ा सड़क पर नहीं लाना चाहिए. चंद्रकांत पाटिल ने इस तरह से मुंडे-खड़से के विरोध में न जाने की सलाह दी.

चंद्रकांत पाटिल ने इस बार अप्रत्यक्ष रूप से विद्रोही नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र से लेकर सड़क तक पार्टी का बहुत कड़ा माहौल तैयार हो गया है. इसलिए पक्ष विरोधी कार्रवाई नहीं चलेगी. अगर काम अच्छा हुआ तो इनाम मिलेगा, लेकिन अगर पार्टी के खिलाफ गए तो सजा भी दी जाएगी.

एकनाथ खडसे ने गोपीनाथ गढ़ में भाजपा पर नाराजगी व्यक्त की थी. इस पर बोलते हुए, चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि नाथाभाऊ के दर्द को समझ सकता हूं. उन्होंने अफसोस जताया, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. आपकी शिकायतों और व्यथा को पार्टी समझेगी. इसका हल निकालेंगे. लेकिन भविष्य में, सब ठीक हो जाने के बाद अपराधबोध और संकोच होगा इसलिए  दोनों से अनुरोध है कि ऐसे संवेदनशील शब्दों का इस्तेमाल न करें. पार्टी की गलतियाँ नहीं हुईं। गलतियाँ इंसान से हुई हैं। आप पार्टी पर नाराजगी  क्यों निकाल रहे हैं? चंद्रकांत पाटिल ने भी कहा.