BIG NEWS: गरीबी से जूझ रहे पाकिस्तान को लगी एक और गहरी चोट, FATF के एशिया पेसिफिक ग्रुप ने किया ‘ब्लैक लिस्ट’

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन- भारी आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लग गया है. पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान देश-देश घूमकर आर्थिक सहायता की गुहार लगा रहे हैं. लेकिन एक भी देश सहायता के लिए आगे नहीं आया. पाकिस्तान को जो कुछ आर्थिक मदद मिल रही थी, अब ऐसे बत्तर हालतों में वो भी छीन ली गई है.

अभी तक था ‘ग्रे’ लिस्ट में

फाइनेंशियल एक्शन टाक्स फोर्स (FATF) की क्षेत्रीय इकाई एशिया पेसिफिक ग्रुप (APG) ने अब पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाल दिया है. अभी तक पाकिस्तान FATF की ‘ग्रे’ सूची में था. लेकिन FATF द्वारा लगातार चेतावनी दिए जाने के बावजूद पाक आतंकवाद विरोधी गतिविधियों लिए दी जानी वाली आर्थिक मदद पर रोक नहीं लगाया पाया. साथ ही FATF ने पाया कि मनी लॉन्ड्रिंग सहित आतंकियों की मदद से जुड़े 40 में से 32 स्टैंडर्ड का पाकिस्‍तान पालन नहीं कर सका. इसलिए उससे हर तरह की आर्थिक मदद छीन ली गई है.

पाकिस्तान की मुश्किलों का अंत नहीं! अब FATF लेगा अपना फैसला

चाहे सीमा विवाद हो,घरेलू राजनीतिक माहौल हो या नागरिकों का रोष पाकिस्तान चारों तरफ से परेशानियों से घिरा हुआ है. उपर से जारी आर्थिक संकट में एक और बड़ी मार पड़ गई है. हर कोई जानता है कि गरीबी की मार झेल रहे पाकिस्तान को FATF व APG का फैसला कितनी गहरी चोट देने वाला है.

हालाँकि APG के बाद अब FATF अक्टूबर में होने वाली अपनी बैठक में पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’  करने संबंधी अंतिम फैसला लेगा.

41 देशों के टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रखता है नजर; संस्था के मानकों पर खरा नहीं उतर पाया पाक  

बता दें कि FATF का एशिया पेसिफिक ग्रुप एक अंतर सरकारी संगठन है, जो क्षेत्र में टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और व्यापक तबाही के हथियारों के प्रचार-प्रसार पर नजर रखता है. इस ग्रुप में 41 सदस्य देश हैं. इस सन्गठन ने 11 बिंदुओं पर पाकिस्तान से जवाब मांगे थे, इनमें से 10 बिंदुओं पर वह निराशाजनक सिद्ध हुआ. पाकिस्तान सिर्फ एक ही मानक पर खरा उतर पाया.