BIG NEWS: ‘इस’ शर्त पर अजीत पवार ने दिया इस्तीफा ?

मुंबई: समाचार ऑनलाइन- अजीत पवार ने लगभग 78 घंटों के बाद आज अपने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जानकारी सामने आई है कि अजीत पवार ने कुछ शर्तों के आधार अपना इस्तीफा दिया है. अजीत पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत करने के बाद  भाजपा से हाथ मिला लिया था. हालांकि, इसके बाद एनसीपी सहित पूरे राजनीतिक घेरे में हलचल बढ़ गई थी. एनसीपी के बड़े नेताओं द्वारा अजीत पवार को वापिस लौटने के लिए मनाया गया. इसके बाद आख़िरकार अजीत पवार   ने इस्तीफा दे दिया है.

जिस समय अजीत पवार भाजपा के साथ चले गए थे, उस समय राकांपा के कुछ लोगों का मानना था कि पार्टी को अजीत पवार की जरूरत है. इसलिए कई एनसीपी नेताओं ने अजीत पवार को समझाया-बुझाया. पहले यह कोशिशें नाकाम होती दिखाई दे रही थी. लेकिन काफी मनाने के बाद पवार ने बीजेपी से नाता तोड़, अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

सूत्रों के हवाले से यह भी खबर सामने आई कि, अजीत पवार को मनाने में सुप्रिया सुले के पति सदानंद सुले ने भी अहम भूमिका निभाई है. बताया जा रहा है कि उनसे मिलने के बाद ही अजित पवार का मन बदल गया. सुले के पति शरद पवार का संदेश लेकर अजित से मिलने पहुंचे थे.

शरद पवार ने अजित के लिए संदेश भेजा था कि वापस पार्टी में आ जाओ. माना जा रहा है कि इसी मुलाकात के बाद अजित पवार ने इस्तीफा देने का मन बना लिया. वहीं अजित से जुड़े कुछ सूत्रों ने बताया कि बहुमत का आंकड़ा न हो पाने के कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है.

आज सुबह सर्वोच्च न्यायालय के बहुमत परीक्षण करवाने के आदेश के बाद लगातार मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही थी. इस बीच, अजीत पवार ने अपना इस्तीफा दे दिया आर बीजेपी की सरकार गिर गई.

आज सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शिवसेना,  कांग्रेस और एनसीपी द्वारा याचिका पर सुनवाई करते हुए कल शाम 5 बजे तक विधायकों के शपथ-ग्रहण का आदेश दिया है. साथ ही बहुमत परिक्षण के लिए फ्लोर टेस्ट करने को भी कहा है. अदालत ने यह भी आदेश दिया कि बहुमत परीक्षण के दौरान मतदान गुप्त रूप से नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसका सीधा प्रसारण हो.