बड़ी खबर: JIO पर तीन लाख करोड़ का कर्ज

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – 2016 में शुरू हुई कंपनी जिओ ने सिर्फ दो साल के भीतर भारत की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन गई है। लेकिन, बिज़नेस मैन मुकेश अंबानी रिलायंस जियो में हिस्सेदारी बेचने के इच्छुक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जापान का सॉफ्टबैंक जियो में दो से तीन अरब डॉलर निवेश करने पर विचार कर रहा है।

आरआईएल ने टेलिकॉम क्षेत्र में प्रवेश के लिए रिलायंस जियो को पैसा दिया है, जिसके चलते कुल कर्ज तीन लाख करोड़ हो गया है। वित्तीय मामलों के जानकार का कहना है कि, यह समझदार मार्केट पॉलिसी है। जेपी मॉर्गन ने अपनी एक शोध रपट में कहा कि सॉफ्टबैंक को लंबे समय से जियो में एक संभावित निवेशक के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले दो साल में हमने कई निवेशकों से बातचीत की जिसमें सॉफ्टबैंक के जियो में निवेश करने की संभावनाओं को उजागर किया गया है। इसके साथ ही सॉफ्टबैंक का ‘विजन फंड’ वर्तमान में जियो इंफोकॉम में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर जांच-परख कर रहा है। हालांकि इस खबर पर रिलायंस और सॉफ्टबैंक दोनों के ही प्रवक्ताओं ने टिप्पणी करने से इनकार किया है।

यह खबर ऐसे समय आई है जब सऊदी अरब की आरामको के रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कारोबार में 25 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की रिपोर्ट आ रहीं हैं। यह सौदा 10 से 15 अरब डॉलर का होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल निर्यातक कंपनी सऊदी अरामको ने चार महीने पहले रिलायंस में रुचि दिखाई थी। इस मामले को लेकर सऊदी के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने फरवरी में अपने भारत दौरे के समय मुकेश अंबानी से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद से ही बातचीत जारी है।