मुंबई: समाचार ऑनलाइन- काफी मशक्कत के बाद अब राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास गठबंधन की सरकार बन गई है. इसके बाद भी इस त्रिकोणीय सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी फ्लोर टेस्ट में बहुमत सिद्ध करना. हालाँकि आज इसने यह बड़ी चुनौती भी पास कर ली है.
मुख्यमंत्री उद्धव बाला साहेब ठाकरे पर विधानसभा विश्वास व्यक्त करती है, यह प्रस्ताव पहले कांग्रेस के अशोक चव्हाण द्वारा पेश किया गया था. इसके बाद एनसीपी के नवाब मलिक और जयंत पाटिल ने भी यही प्रस्ताव रखा, जिसे शिवसेना के सुनील प्रभु ने मंजूरी दी. पश्चात् मौसमी अध्यक्ष दिलीप वलसे पाटिल ने ध्वनि मत कराया व हेडकाउंट किया.
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के सभी विधायकों ने व्हीप बजाय था. इसलिए, यह स्पष्ट हो गया कि बहुमत परिक्षण में कोई भी विधायक पार्टी के आदेश से अलग नहीं जाएगा. भाजपा बार-बार महाविकास सरकार की आलोचना कर रही है. कहा जा रहा था कि महा विकास में कुल 162 विधायक हैं और उन्हें कुछ छोटे दलों के साथ-साथ स्वतंत्र विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है. महाविकास के वरिष्ठ नेता द्वारा 170 विधायकों के समर्थन का दावा किया गया था.
लेकिन आज अंतत: कुल 170 विधायकों में से 169 विधायकों ने महाविकास आघाडी को अपना समर्थन दे दिया है. आज फ्लोर के टेस्ट के दौरान सभी ने महाविकास गठबंधन को अपना समर्थन दिया है. हालाँकि इस दौरान 4 विधायकों ने तटस्थ की भूमिका निभाई, इनमें MIM और CPM विधायक शामिल हैं.
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