नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – लगभग 30 घंटे तक गायब रहने के बाद CBI ने बुधवार (21 अगस्त) रात पौने दस बजे पी. चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें आज (गुरुवार) सीबीआई अदालत में पेश किया गया. यह सुनवाई CBI की विशेष अदालत में हुई. इस सुनवाई में चिदंबरम को राहत नहीं मिली है. उन्हें 5 दिन के लिए CBI की कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है. अब वें अदालत के आदेश के अनुसार 26 अगस्त तक CBI की हिरासत में रहेंगे.
सीबीआई ने अपना पक्ष रखते हुए अदालत के सामने कहा है कि, चिदंबरम ने जांच में सहयोग नहीं किया है. इसलिए सीबीआई ने मांग की है कि, चिदंबरम को पांच दिन की हिरासत और गैर-जमानती वारंट जारी किया जाए. सुनवाई में उनकी पत्नी और बेटे कार्ति चिदंबरम उपस्थित थे. चिदंबरम के साथ उनके चार वकील भी मौजूद थे.
बुधवार रात को चिदंबरम को गिरफ्तार करने का सीबीआई का एक हाई-वोल्टेज ड्रामा पूरे देश ने देखा. बड़े प्रयासों के बाद CBI ने चिदंबरम को हिरासत में लिया. अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि जांच के दौरान चिदंबरम से केवल 12 सवाल पूछे गए, जिसका मतलब है कि सीबीआई उनसे सवाल पूछने के लिए तैयार नहीं है.
पि. चिदंबरम के गायब होने के बाद सीबीआई ने उनके खिलाफ एक लुकआउट नोटिस जारी किया था. हालांकि, 27 घंटे के बाद, चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय में दिखाई दिए. उन्होंने यहां पर पांच मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने यह भी कहा कि, “मुझ पर और मेरे बेटे पर झूठा आरोप लगाया गया है.” इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद चिदंबरम अपने घर चले गए. इस बीच, सीबीआई टीम उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कांग्रेस परिसर में पहुंची थी. लेकिन उस समय उनके निवास स्थान के लिए निकल चुके थे. इसके बाद CBI टीम उनके घर पहुंची. बंगले गेट ना खुले जाने के कारण सीबीआई अधिकारीयों ने दीवार फांद कर उनके बंगले में प्रवेश किया.