भोसरी विधानसभा क्षेत्र में डींगें मारने की सियासत शुरू

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – सिंगापुर के सेंटोसा पार्क की पृष्ठभूमि पर मोशी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सफारी पार्क परियोजना की घोषणा की गई है। पूरे भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में सत्तादल इसका ढोल पीट रहा है। मगर इस परियोजना को सरकार से मंजूरी मिलने का लिखित आदेश कहाँ है? यह सवाल भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस, मनसे समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी व भूतपूर्व विधायक विलास लांडे ने उठाया है। उन्होंने यह टिप्पणी भी की कि, भोसरी विधानसभा क्षेत्र में डींगें हांकने की सियासत शुरू है।
उन्होंने आगे कहा, पिंपरी चिंचवड मनपा के डेवलपमेंट प्लान में मोशी के गट नंबर 646 की 33.72 हेक्टेयर सरकारी चारागाह जमीन पर सफारी पार्क के आरक्षण के लिए हमनें प्रयास किये थे। हाल ही में पुणे मनपा ने यह जमीन कचरा डिपो के लिए मांगी। मोशी के ग्रामीणों पर पहले ही पिंपरी चिंचवड़ शहर का कचरा लादा गया है, अब पुणे का कचरा क्यों? यह सवाल उठने लगा। साथ ही कचरा डिपो से बफर जोन का मसला भी गहराया। नतीजन ग्रामीणों ने पुणे के कचरा डिपो का विरोध और आंदोलन किया।
इसी वजह से एक और कचरा डिपो की योजना खारिज हुई। मगर सत्तादल के प्रत्याशी उसका श्रेय लेने में जुटे हैं। वस्तुतः पुणे मनपा में भी भाजपा की सत्ता है और पिंपरी चिंचवड़ मनपा में भी। पुणे का कचरा मोशीकरों पर लादने की साजिश में दोनों शामिल थे। ग्रामीणों के आंदोलन के चलते यह योजना खारिज हुई और सत्तादल को मजबूरन सफारी पार्क की अमलबाजी करनी पड़ी। पांच साल तक सत्ता में थे तब इस योजना की सुध नहीं ली चुनाव आते ही पर्यटन मंत्री के साथ बैठक लेकर योजना मंजूरी के ढोल पीटा जा रहा है और लोगों को भ्रमित बनाया जा रहा है।

visit : punesamachar.com