भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच उद्धव ठाकरे ने NIA को सौंपी

मुंबई, 14 फरवरी – राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के विरोध के बावजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री के निर्णय पलटने पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि मेरी भूमिका को मुख्यमंत्री को पलटने का अधिकार है.

देशमुख ने कहा, इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को मेरी और सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकत हुई. एनआईए जांच के मुद्दे पर सीएम ने मेरे फैसले को बदलते हुए इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने को कहा है. देशमुख ने आगे कहा कि भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले की राज्य की पुलिस कर रही थी, परंतु अचानक ही केंद्र सरकार ने एनआईए से जांच कराने का निर्णय लिया. इस पर मैंने बतौर गृहमंत्री आपत्ति जताई थी. मेरा मानना है कि कोरेगांव-भीमा हिंसा मामले की जांच एनआईए को सौंपने से पहले राज्य सरकार को विश्वास में लेना चाहिए था, लेकिन केंद्र सरकार ने कोई जानकारी नहीं दी.

हालांकि, उद्धव के इस फैसले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने नाराजगी व्यक्त की है. पवार ने कोल्हापुर में कहा कि महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. ऐसे मेें अगर इस मामले में एनआईए जांच करती है तो यह राज्य के अधिकार में हस्तक्षेप होगा और उनके हाथ में जांच सौंपना महाराष्ट्र के लिए सही नहीं है.