भीमा कोरेगांव : एकनाथ खड़से ने शरद पवार के रुख का पोस्टमार्टम किया  और कहा 

 

भुसावल : समाचार ऑनलाइन – भीमा कोरेगांव  में हुई हिंसा को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार और पुणे पुलिस पर निशाना साधा था. इसके बाद केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी है. इसे लेकर विरोधियों की तरफ से  सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. इस पर भाजपा के सीनियर नेता एकनाथ खड़से ने बयान दिया है.

 
स्थानीय पुलिस स्थानीय पुलिस की  कैसे जांच  कर सकती है  
एकनाथ खड़से ने कहा है कि शरद पवार साहेब ने अलग विचार व्यक्त करते हुए कहा था कि भीमा कोरेगांव दंगा स्थानीय पुलिस  की मदद से हुआ है. अगर पवार साहेब ने ऐसा कहा है तो स्थानीय पुलिस स्थानीय पुलिस की  कैसे जांच  कर सकती है. इसलिए भीमा कोरेगांव मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी को देना सही है. अगर पुलिस पर शक है तो सीनियर्स दवारा इसकी जांच कराई जाए.
   
सत्य बाहर आने के दर से इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है  
इस बीच भीमा कोरेगांव मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने के बाद विरोधियो से इस पर हमला बोलना शुरू किया है. शरद पवार ने कहा है कि सत्य बाहर आने के दर से इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है. कानून व्यवस्था को बनाये रखना राज्य सरकार का काम है. इस मामले में पुलिस अधिकारियो ने इसका पालन नहीं किया। एल्गर परिषद् में गलत तरह से गिरफ़्तारी की गई. अन्याय के खिलाफ बोलना नक्सलवाद नहीं होता है. हमारे दवारा एसआईटी जांच की मांग किये जाने के बाद केंद्र सरकार ने मजबूरन इस मामले की  जांच एनआईए को सौंप दिया। क्योकि सत्य बाहर आने का दर है.