भारत बंद…. जानें, देश के किस भाग में क्या है असर, 11 राज्यों में विरोधी आक्रामक  

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम 
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में देश भर के किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। भारत बंद का सबसे ज्यादा असर 11 राज्यों में दिख सकता है। इन राज्यों की सरकारों ने इस बंद का समर्थन किया है। इन राज्यों में पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, आंध्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड, दिल्ली शामिल हैं। किसान संगठन सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक चक्का करेंगे।

दिल्ली : राजधानी नई दिल्ली में सुबह साढ़े 10 बजे तक सबकुछ सामान्य दिख रहा है। ओला-ऊबर चल रही हैं, सड़कों पर ऑटो भी चलते दिख रहे हैं। एनच 24 पर भी एक तरफ का ट्रैफिक चल रहा है। पुलिस इस हाइवे पर सतर्क है। किसान दोपहर बाद जाम लगा सकते हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी बंद का समर्थन कर रही है। किसानों आंदोलन के कारण दिल्ली को आने वाले प्रमुख रास्ते पहले से बंद हैं, ऐसे में भारत बंद एनसीआर से दिल्ली आने-जाने वालों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। हालांकि दिल्ली में मेट्रो और डीटीसी बसें चल रही हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि टिकरी, झरोदा की सीमाओं, धंसा से यातायात बंद है। बादुसराई बॉर्डर कारों और दोपहिया वाहनों जैसे सिर्फ हल्के वाहनों के लिए खुला है। झटिकरा बॉर्डर सिर्फ दोपहिया वाहन की जा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश : कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है। पश्चिम यूपी में बंद का ज्यादा असर दिख सकता है। यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है।

पंजाब : सत्तारूढ़ कांग्रेस, विपक्षी शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी बंद का समर्थन कर रही है। राज्य पूरी तरह बंद रह सकता है।

हरियाणा :  सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन का 13वां दिन है। मंगलवार को भारत बंद प्रोटेस्ट को देखते हुए सिंघू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।

कर्नाटकः कांग्रेस नेताओं ने बेंगलुरु में विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने किसानों के समर्थन में और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान सिद्धारमैया, बीके हरिप्रसाद और रामालिंगा रेड्डी समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।

राजस्थान : सत्तारूढ़ कांग्रेस ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। राज्य के बड़े हाइवे पर बंद का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। हाइवे पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।

महाराष्ट्र : राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। मुंबई, पुणे जैसे बड़े शहरों में कार्यालय बंद रह सकते हैं। राज्य के मराठवाड़ा और विदर्भ के ग्राणीण इलाकों में भी बंद का असर पड़ने की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर : केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस, पीडीपी और नैशनल कान्फ्रेंस ने बंद का समर्थन किया है। जम्मू शहर और कश्मीर घाटी में भारत बंद का असर पड़ सकता है।

हिमाचल प्रदेश : कांग्रेस ने बंद के समर्थन में पूरे भारत में रास्ता रोको आंदोलन करने का ऐलान किया है। लेफ्ट समर्थित यूनियनों ने भी बंद का समर्थन किया है।

उत्तराखंड : बीजेपी शासित उत्तराखंड में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है। उधम सिंह नगर, हरिद्वार में बंद का व्यापक असर पड़ सकता है।

तेलंगाना : सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM के साथ-साथ कांग्रेस ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। किसानों के बंद का बड़ा असर पड़ने की उम्मीद।

आंध्र प्रदेश : विपक्षी टीडीपी ने बंद के समर्थन का ऐलान किया है। हालांकि सत्तारूढ़ वाईएसआर ने बंद का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है। राज्य में बंद का ज्यादा असर पड़ने की संभावना नहीं है।

तमिलनाडु : राज्य में विपक्षी डीएमके, कांग्रेस, लेफ्ट और कमल हासन की मक्कल निधि मैयम ने भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है। डीएमके के प्रभाव वाले इलाके में ज्यादा असर की उम्मीद।

केरल : सत्तारूढ़ लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। हालांकि राज्य में स्थानीय निकायों के पहले चरण की वोटिंग आज हो रही है तो केरल के भारत बंद में शामिल होने की उम्मीद नहीं।

बिहार : बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। आरजेडी ने राज्य के सभी हिस्सों में प्रदर्शन का ऐलान किया है।

असम : बीजेपी शासित असम में विपक्षी कांग्रेस, AUDF ने भारत बंद का समर्थन का ऐलान किया है। ऑल असम स्टूडेंट यूनियन और किसानों की यूनियन ने बंद का समर्थन किया है।

त्रिपुरा : विपक्षी लेफ्ट पार्टियां और कांग्रेस ने बंद का समर्थन किया है। हालांकि राज्य में भारत बंद का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि राज्य सरकार के निषेधाज्ञा आदेश जारी कर दिया है।

पश्चिम बंगाल : सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है। राज्य की सभी ट्रेड यूनियन बंद के समर्थन में है।

झारखंड : सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भारत बंद का समर्थन किया है। राज्य में ट्रेड यूनियंस ने पूरे राज्य में बंद की घोषणा की है।

ओडिशा : विपक्षी कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है। हालांकि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने बंद का समर्थन नहीं किया है। माना जा रहा है कि राज्य में बंद का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

छत्तीसगढ़ : राज्य में कांग्रेस की सरकार है और उसने भारत बंद का समर्थन किया है। राज्य के बडेे बाजर और सड़कों पर रास्ता रोको आंदोलन।

सभी बैंक खुले रहेंगे
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा कि संगठन हड़ताल पर नहीं जाएगा, लेकिन वह किसानों के विरोध का समर्थन करता है। बैंक संगठनों के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि भारत बंद के बावजूद आज तमाम बैंक खुले रहेंगे।