सावधान…नया वायरस फेफड़े को सीधे संक्रमित कर रहा है, लक्षण कोरोना जैसे   

लखनऊ. ऑनलाइन टीम : अभी तक यह पाया गया कि कोरोना से पीड़ित मरीजों में खांसी और बुखार के लक्षण दिखने की वजह यह है कि वायरस का इंफेक्शन श्वसन तंत्र तक पहुंच जाता है। श्वसन तंत्र बाहर की हवा को फेफड़ों तक लाने और अंदर की गंदी हवा को बाहर फेंकने में मदद करता है। वायरस के इंफेक्शन से श्वसन तंत्र में सूजन दिखने लगती है, जिससे तंत्रिकाओं पर असर पड़ता है। कोरोना संक्रमित मरीजों को धूल के छोटे कण से भी खांसी हो सकती है। अगर कोरोना मरीज के श्वसन तंत्र में ज्यादा परेशानी हो तो इंफेक्शन गैस परिवर्तन तंत्र तक पहुंच जाता है। गैस परिवर्तन तंत्र में इंफेक्शन पहुंचने पर वायुकोष पर असर पड़ता है, जो फेफड़े के नीचे होता है।

मगर, नया वायरस सीधे फेफड़े पर असर कर रहा है। शोध के अनुसार, इसका नाम पर्वो-4 वायरस  है। डॉक्टरों ने श्वसन सम्बन्धी बीमारी सीवियर एक्यूट रिस्पेरेट्री इंफेक्शन (एसएआरआई) से पीड़ित 271 मरीजों में शोध किया है, जिसमें 26.55 फीसदी मरीजों के फेफड़े में गम्भीर संक्रमण मिला। इनमें 18.2 फीसदी मरीजों में पर्वो- 4 वायरस का संक्रमण मिला। बचे अन्य में इसके साथ ही कई अन्य वायरस मिले हैं।  आरटीपीसीआर जांच में 146 सामान्य लोगों के नमूने लिए गए, जिसमें 0।68 फीसदी लोगों में पर्वो 4 वायरस की पुष्टि हुई। जांच में पता चला है कि यह वायरस कोरोना की तरह फेफड़े पर वार कर रहा है। जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है।