परिवारवाद के खिलाफ चिंचवड में बैनरबाजी 

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – लोकसभा चुनाव में मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र आरंभ से ही चर्चा के घेरे में रहा है। अब इस चुनाव क्षेत्र में शामिल चिंचवड इलाके में जगह- जगह लगे बैनर चर्चा का विषय बने हैं। इस बैनरबाजी में किसी का नामोल्लेख तो नहीं है, मगर किसी ‘सजग’ नागरिक द्वारा लगाए गए इन बैनरों के जरिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के परिवारवाद पर निशाना साधा गया है। इससे साफ होता है कि बैनर लगानेवालों का इशारा मावल में राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रत्याशी पार्थ पवार की ओर है।
चिंचवड स्थित प्रो रामकृष्ण मोरे प्रेक्षागृह परिसर में लगे इन बैनरों पर लिखा मायना कुछ इस प्रकार से है-दिवंगत रामकृष्ण मोरे को श्रद्धांजलि केवल ‘उनके’ पराजय से मिल सकेगी। परिवार कल्याण को घर भेजो, गुलामी हटाओ’। ‘पहले दादा को वोट दिए, फिर भतीजे को वोट दिए। अब पोते को भी? माफ कीजिएगा हम आपके गुलाम नहीं है।’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पर निशाना साधनेवाले ये बैनर न केवल चिंचवड बल्कि पूरे पिंपरी चिंचवड शहर में चर्चा का विषय बने हैं।
ज्ञात हो कि पहले पिंपरी चिंचवड शहर बारामती लोकसभा चुनाव क्षेत्र में आता था। राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाइकमान शरद पवार के साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी यहां से सांसद चुने जा चुके हैं। अजीत पवार के बाद अब उनके पुत्र पार्थ पिंपरी चिंचवड के समावेश वाले मावल लोकसभा से अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। पवार परिवार के परिवारवाद की चर्चा पार्थ की उम्मीदवारी की चर्चा से ही शुरू हो गई है। दिवंगत प्रो रामकृष्ण मोरे और शरद पवार में कभी नहीं बनी। अजीत पवार ने तो राष्ट्रवादी की स्थापना के बाद पिंपरी चिंचवड पर से मोरे का वर्चस्व को उखाड़ फेंका था। इस शहर पर राज करने वाली कांग्रेस को नामशेष कर दिया। यह टीस कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आज भी है।