बालनगरी परियोजना ठंडे बस्ते में; 20 करोड़ का ख़र्च जाया

बालनगरी की बजाय भोसरी में बनेगा ललित कला अकादमी का केंद्र
पिंपरी। बालशिक्षा के उद्देश्य से पिंपरी चिंचवड़ में चलाई जा रही बालनगरी परियोजना के पहले चरण का काम पूरा होने के बाद यह परियोजना अब ठंडे बस्ते में चली गई हैं। क्योंकि पिंपरी चिंचवड़ मनपा ने भोसरी में इस परियोजना की जगह पर केंद्र सरकार की ललित कला अकादमी के विभागीय केंद्र शुरू करने का फैसला किया है। इस फैसले से बालनगरी परियोजना पर अब तक किया गया 20 करोड़ रुपए का खर्च जाया गया है।
भोसरी एमआईडीसी जे ब्लॉक के अंतर्गत रिक्त जमीन 1984 में एमआईडीसी से मनपा को हस्तांतरित की गई। उसका क्षेत्रफल 60 हजार 378 वर्ग मीटर है। इस जमीन पर बालनगरी परियोजना विकसित करना तय किया गया था। यह परियोजना खासकर छोटे बच्चों को बालशिक्षा देने का उद्देश्य था। यहां विभिन्न क्षेत्रों में सामान्य ज्ञान सेवाओं और संस्थानों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए निर्माण शुरू किया गया था। बच्चों की शिक्षा के लिए एक फायर स्टेशन, अस्पताल, बैंकिंग, पुलिस स्टेशन, डाकघर, एम्फीथिएटर आदि स्थापित करना प्रस्तावित है।
बालनगरी परियोजना के पहले चरण के तहत 20 करोड़ की लागत से करीबन पांच हजार वर्ग मीटर का निर्माण कार्य 25 मई 2018 को पूरा किया गया। दूसरे चरण का काम शुरू करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के प्रस्ताव मंगाए गए। हालांकि उसे प्रतिसाद नहीं मिला। इस बीच राज्य के विविध शहरों के चित्रकला महाविद्यालयों और बॉम्बे आर्ट सोसाईटी जैसी संस्थाओं से कला विकास के लिए केंद्र सरकार की ललित कला अकादमी के विभागीय केंद्र के लिए इस जमीन की मांग हुई। इसके लिए ललित कला अकादमी के अध्यक्ष उत्तम पाचरणे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जुलाई में यहां दौरा भी किया। यह जमीन विभागीय केंद्र के लिए उपयुक्त रहने की राय देकर इस जमीन को राज्य सरकार और मनपा से निर्माण कार्य समेत उपलब्ध कराने की मांग की। इसके अनुसार मनपा की सर्वसाधारण सभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया।
चिखली में 850 बेड्स का मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल
इस सर्वसाधारण सभा में मनपा की अगुवाई में चिखली में शहर का सबसे बड़ा 850 बेड्स का  मल्टीस्पेशालिटी सरकारी अस्पताल बनाने का एक अहम फैसला किया गया। इससे मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल पर का भार कम होने में मदद मिलेगी। भूतपूर्व महापौर राहुल जाधव और नगरसेवक कुंदन गायकवाड ने इसका प्रस्ताव पेश किया, जिसे मान्यता दी गई। विधायक महेश लांडगे ने 2014 में पहला विधानसभा चुनाव जीतने के बाद समाविष्ट गांवों के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था सक्षम करने और बड़ा अस्पताल शुरू करने का संकल्प किया था। इस पृष्ठभूमि पर चिखली में गट नँबर 1653 में करीबन 20.22 हेक्टेयर जमीन का कब्जा मनपा को मिले और इसमें से दो हेक्टेयर जमीन पर प्रशस्त हॉस्पिटल बनाने को लेकर वे लगातार प्रयासरत थे। जिला प्रशासन ने भी इसके लिए सकारात्मकता दर्शाई है। यहां हॉस्पिटल के अलावा सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू करने की योजना है, ऐसा विधायक लांडगे ने बताया।