Bala Movie Review : केवल ‘गंजेपन’ की कहानी नहीं बहुत कुछ कहती है फिल्म ‘बाला’, भारी पड़े आयुष्मान

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – आयुष्मान खुराना, भूमि पेडनेकर और यामी गौतम की फिल्म ‘बाला’ आज रिलीज हुई। निर्देशक अमर कौशिक की फिल्म ‘बाला’ लड़कों के गंजेपन की कहानी है। ये कहानी है बालमुकुंद शुक्‍ला यानी बाला (आयुष्मान खुराना) की, जो अपने सिल्की और शाइनी बालों से बेहद प्‍यार करता है। स्‍कूल टाइम से ही बाला कानपुर का शाहरुख खान है, जिसपर स्‍कूल की कई लड़कियां मरती हैं। लेकिन, फिर आता है जवानी का दौर जब बाला के ‘बाल’ उससे अलविदा कहना शुरू करते हैं और यहां से शुरू होती है फिल्म की कहानी।

अपने बालों को वापस लाने के लिए बाला दुनियाभर के नुस्‍खे अपनाता है और इसी बीच प्‍यार भी कर बैठता है। बालों को वापस लाने के चलते बाला आखिर में एक शानदार नुस्‍खा अपनाता है और फिर शुरू होती है धमाकेदार उठापटक। हालांकि इस बीच वह कई बार मजाक का पात्र बनते है। दुनिया में  इंसान का लंबा या नाटा कद, स्किन का काला रंग, शरीर का बहुत मोटा या पतला होना सबकुछ एक कमी के रूप में ही तो देखा जाता है। इसी से जुड़ी है फिल्म की कहानी।

‘बाला’ महज गंजेपन की कहानी नहीं है। ‘गंजापन’ इस फिल्‍म के मुख्‍य किरदार की कहानी है लेकिन यह फिल्‍म उससे कहीं आगे है, काफी कुछ को समेटती और इस ‘काफी कुछ’ को 2 घंटे के शानदार पैकेज में देने के लिए सारी तारीफें निर्देशक अमर कौशिक को। ये फिल्‍म हर उस शख्‍स को अपने साथ जोड़ती है जो कभी न कभी अपनी लाइफ में अपने लुक्‍स को लेकर, अपनी कमियों को लेकर ताने सुनता रहा है। जहां कई लोग इन तानों के साथ जीना सीख जाते हैं तो कई खूबसूरती के इन पैमानों में खुद को फिट करने के लिए सबकुछ करने लगते हैं, बाला की तरह।

डायरेक्शन –
डायरेक्टर अमर कौशिक ने इस फिल्म को बहुत बढ़िया बनाया है। फिल्म की कहानी से लेकर उसके डायलॉग और सभी चीजों को जोड़ने वाले सीक्वेंस, सबकुछ बहुत बढ़िया है। इस फिल्म के डायलॉग्स और सीक्वेंस आपको खूब हंसाते हैं. यामी और आयुष्मान की केमिस्ट्री काफी क्यूट है। एक बार फिर आयुष्मान खुराना ने शानदार और जानदार अभिनय से साबित कर दिया कि वे हर तरह की भूमिकाएं करने में सक्षम हैं।

फिल्म में हर किरदार में कोई न कोई खामी है लेकिन सब मिलकर एक संपूर्ण फिल्म बनाने में सफल रहते हैं। पुणे समाचार की ओर से फिल्म बाला को साढ़े तीन स्टार दिए जाते है।