आजम खान को हर घंटे 10 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत, फेफड़े में गंभीर संक्रमण 

ऑनलाइन टीम. लखनऊ : समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की हालत नाजुक बनी हुई है। अब उन्हें पहले से ज्यादा ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ रही है, जबकि उनके बेटे की हालत में सुधार बताया जा रहा है। रविवार शाम को दोनों को शहीद पथ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर राकेश कपूर ने बताया कि सांसद आजम खां के फेफड़े में गंभीर संक्रमण है।  उन्हें 10 लीटर प्रति घंटे की दर से ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। उन्हें कोविड आईसीयू में रखा गया है।

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से मौजूदा लोकसभा सांसद और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे आजम खान  की 1 मई को कोविड संक्रमित मिले थे। उनके बेटे भी कुछ दिनों पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद से दोनों का जेल में इलाज चल रहा था। रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद दोनों को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रशासन उन्हें इलाज के लिए PGI, लखनऊ ले जाना चाहता था, लेकिन आजम खान ने पीजीआई जाने से इनकार कर दिया था और मेदांता अस्पताल जाने की इच्छा जताई थी। याद रहे आजम खां ने भी कोरोना टीका लगवाने से भी इनकार कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक आजम खान को बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।

जेल प्रशासन के मुताबिक,  सीतापुर जेल में आजम खान समेत कुल 13 कैदियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। आजम खान ने अभी तक 14 रोजे रखे हैं, जिसके बाद उन्हें यह शिकायत आई थी। जांच के बाद उनका कोरोना का इलाज किया जा रहा आज़म खान की खास निगरानी की जा रही है। उन्हें समय पर काढ़ा और जरूरी दवाइयां भी दी जा रही हैं।

सांसद आजम खां के खिलाफ लगभग सौ ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं, कुछ मामलों में अभी उनकी जमानत शेष रह गई है। अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 44 मुकदमे दर्ज हैं। आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा के खिलाफ 34 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से सभी में उनकी जमानत हो चुकी है। आजम खां रामपुर शहर विधानसभा सीट से नौ बार विधायक चुने जा चुके हैं। प्रदेश सरकार में वो चार बार मंत्री का ओहदा संभाल चुके हैं। 1996 में जब वह विधानसभा का चुनाव हार गए थे, तो राज्यसभा के सदस्य बनाए गए थे। 2019 में वह पहली बार रामपुर संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे और जीते भी थे।