Australia: “बेटी के जन्म को यादगार बनाने औऱ विरासत में अच्छे संस्कार देने के लिए एक पिता लिख रहा है 365 कहानिया”

तस्मानिया : समाचार ऑनलाइन – अपनी बेटी के जन्म को यादगार बनाने औऱ विरासत में अच्छे संस्कार  देने के लिए एक पिता लिख रह है 365 कहानिया.  यह  कहानियां तस्मानिया के मैट जर्बौ अपनी 20 माह की बेटी सीएलो को तोहफे में देने के लिए लिख रहे हैं. मैट 13 जुलाई तक 334 कहानिया लिख चुके हैं.

प्रेरणास्पद कहानियां देती है बच्चों को अच्छी सीख, संस्कार और प्रेरणा

मैट काम से आने के बाद अधिकतर अक्सर रात में कहानिया लिखते हैं. वे सीप (ऑयस्टर) के फार्म में काम करते है. मैट बताते है की इससे पहले वह 4 उपन्यास और बच्चों के लिए 8किताबें भी वे लिख चुके हैं. वे अक्सर रात  10 बजे से लिखना शुरू करते हैं औऱ करीब 1 बजे तक स्टोरी लिखकर पोस्ट भी कर देते हैं. मैट के अनुसार बच्चो को कहानियां पसंद होती है. इनके द्वारा आप उन्हें विरासत में अच्छी सीख, संस्कार और प्रेरणा दे सकते हैं. मैंने बेटी सीएलो  को एक बेहतर कल देने के लिए शुरुआत प्रेरणास्पद औऱ रचनात्मक कहानियों से की है. ताकि उसे दुनिया को देखने का एक अलग नज़रिया मील सके.

  “स्ट्रेस से निपटने के लिए लेखन की मदद ली”

मैट का कहना है की अवसाद जैसी गंभीर स्थिति से उबरने के लिए लेखन का सहारा लिया ज़ा सकता है. इसिलए में भी लेखन से जुडा. मैट बताते है कि जब वे दो साल के थे, तब ही माता-पिता अलग हो गए थे. कोई ध्यान देने वाला नहीं था. इसलिए घूमने-फिरने का मौका ज्यादा नहीं मिला. लेकीन  जिंदगी में कोई उद्देश्य नहीं थ. कई बार तो खुदकुशी का मन भी किया. इससे उबरने के लिए मैने लेखन की मदद ली.

इसी  दौरान ऑयस्टर फार्म में नौकरी भी मिल गई. तीन साल पहले ही एलिना से मुलाकात हुई. 38 वर्षीय एलिना वेनेजुएला से हैं. वह पेशे से आर्किटेक्ट है. एलिना छुटि्टयां मनाने तस्मानिया आईं थी. तभी हम दोनों की मुलाकात हुई. करीब डेढ़ साल पहले ही सीएलो का जन्म हुआ है.

 “पहला उपन्यास ही बना बुक ऑफ द ईयर”

1997 में मैट का पहला उपन्यास इडियट प्राइड के नाम से  आया था. ऑस्ट्रेलिया में इसे  ‘बुक ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया था. मैट के मुताबिक,वो अच्छे पिता बनने की कोशिश कर रहे हैं. अपनी रचनात्मकता के जरिए बेटी को प्यार दे रहे हैं. उनकी हर कहानी संदेश देती है और रिश्तों में उम्मीद जगाती है.