22 साल पहले की धोखाधड़ी के मामले में अब हुई गिरफ्तारी

पुणे। करीबन 22 साल पहले हुई धोखाधड़ी के एक मामले में पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान संदीप सुधाकर धायगुडे (53, निवासी सदाशिव पेठ, पुणे) के रूप में हुई है। आरोपी कोथरुड में किराए के मकान में रह रहा था, जहां से क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे धर दबोचा।
पुणे पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट 4 द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इस मामले में संदीप सुधाकर धायगुडे के अलावा दो अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था, जिसमें आनंद प्रभाकर गोरे और सुब्रतो दास का नाम शामिल है। नवी पेठ के निवासी आनंद प्रभाकर गोरे वर्तमान में अमेरिका में रहता हैं और सुब्रतो दास मुंबई में अंधेरी ईस्ट का रहने वाले हैं।
सन 1998 में चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन में उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत एक मामला दर्ज किया गया था। उन पर विद्या सहकारी बैंक की सेनापति बापट रोड शाखा में धोखाधड़ी करने आरोप लगाया गया था। पुलिस के मुताबिक, तीनों ने धोखाधड़ी के जरिए बैंक से 13 लाख 55 हजार 936 रुपये की रकम ली थी। गिरफ्तार व्यक्ति ने 1998 के मामले में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। उसे चतुश्रृंगी पुलिस को सौंप दिया गया है जो मामले की आगे की जांच करेंगे