आर्मी भर्ती पेपर लीक मामले का मुख्य सूत्रधार सैन्य अधिकारी गिरफ्तार

पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच की बड़ी कामयाबी
संवाददाता, पुणे। आर्मी में सोल्जर भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुख्य सूत्रधार को दबोचने में सफलता प्राप्त की है। सिकंदराबाद से एक सैन्य अधिकारी और दिल्ली से उसके साथी को गिरफ्तार किया है। सेना का यह अधिकारी इस पूरे मामले का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है। वही इस सोल्जर भर्ती का प्रमुख भी था। भगतप्रित सिंह बेदी ऐसे गिरफ्तार किए गए सैन्य अधिकारी का नाम है। उसके साथी नरेनपाटी वीरप्रसाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
आर्मी रिलेशन के अंतर्गत फरवरी पुणे समेत देशभर में 43 जगहों पर प्रवेश परीक्षा ली जानेवाली थी। इसमें देशभर से 40 हजार उम्मीदवार शामिल होनेवाले थे। हालांकि इस परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की जानकारी मिलिट्री इंटलीजेंस को मिली थी। इसके बाद पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस रैकेट का पर्दाफाश किया गया। इससे पूरे देश खलबली मच गई थी। साथ ही भर्ती का यह लिखित परीक्षा भी रद्द कर दी गई जो अब तक रदद् ही है। इस मामले की जांच में क्राइम ब्रांच ने पुणे और अन्य इलाकों के प्रशिक्षण केंद्र प्रमुख और सेना के कुछ अधिकारियों के कर्मचारियों की गिरफ्तारी की थी। हालांकि यह पेपर निश्चित रूप से कहाँ से लीक हुआ, यह पता न चल सका था।
क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ते एओसी सेंटर सिकंदराबाद की भरती प्रक्रिया प्रमुख भगतप्रित सिंह बेदी से यह पेपर लीक होने की गुप्त जानकारी मिली। इसके अनुसार पुलिस टीम ने वहां जाकर बेदी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसके नरेनपाटी नामक और एक साथी के बारे में पता चला जिसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले तमिलनाडु से थिरू मुरुगन थंगवेलू (47, निवासी तमिलनाडू) नामक सेना के मेजर रैंक के अधिकारी को गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले किशोर महादेव गिरी (40, निवासी बारामती, पुणे), माधव शेषराव गिते (39, निवासी सॅपिअर विहार कालोनी, पुणे), गोपाल युवराज कोली (39, निवासी दिघी, पुणे), उदय दत्तू औटी (23, निवासी खडकी, पुणे), भारत लक्ष्मण अडकमोल (37, निवासी पाचोरा) को गिरफ्तार कर उनके अलावा कुमार परदेशी (निवासी सातारा) और योगेश ऊर्फ गोट्या शंकर गोसावी (निवासी बारामती) के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
देशभर में होने वाली आर्मी की भर्ती प्रक्रिया के प्रमुख अधिकारी के ही पेपर लीक मामले के मुख्य सूत्रधार रहने की जानकारी सामने आने से खलबली मच गई है। इस पूरी कार्रवाई को फिरौती विरोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विठ्ठल पाटील, सहायक निरीक्षक संदीप बुवा, शिरीष भालेराव, सहायक फौजदार पांडुरंग वांजले, यशवंत ओंबासे, हवलदार अतुल साठे, प्रवीण रजपूत, मधुकर तुपसौंदर, फुलपगारे, हेमा ढेंबे, नितीन कांबले, गजानन सोलवलकर, अश्विनी केकाण, राजेंद्र लांडगे, प्रफुल्ल चव्हाण, नितीन राव, विवेक जाधव, अमर पवार, पिराजी बेले की टीम ने अंजाम दिया।