प्लाज्मा दान को लेकर कोरोना मुक्तों में उदासीनता

1.17 लाख कोरोना मुक्त लोगों में से मात्र 2095 ने किया प्लाज्मा दान
पिंपरी। महामारी कोरोना संक्रमितों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी संजीवनी साबित हुई है। बावजूद इसके प्लाज्मा दान को लेकर कोरोना मुक्त हुए लोगों में उदासीनता बनी हुई है। बात करें पिंपरी चिंचवड़ शहर की तो यहां अब तक एक लाख 17 हजार लोग कोरोना मुक्त हुए हैं। जबकि उनमें से मात्र 2095 लोगों ने ही प्लाज्मा दान किया है। आलम यह है कि शहर में प्लाज्मा की किल्लत बनी हुई है। शहर के छह ब्लड बैंक, जहां प्लाज्मा संकलित और वितरित किया जा रहा है, में फिलहाल केवल 15 प्लाज्मा बैग बची हुई हैं। बात करें पुणे संभाग की तो 42 ब्लड बैंकों में केवल 132 बैग्स बची हुई हैं।
कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा थेरेपी वरदान साबित है। कोरोना मुक्त हुए लोगों के रक्त में से प्लाज्मा निकालकर गंभीर हालत वाले कोरोना मरीजों को देने पर उसका सटीक इलाज हो रहा है। कोरोना संक्रमित पाए जाने पर अलगीकरण की 28 दिनों की मियाद पूरी करने के बाद प्लाज्मा दान किया जा सकता है। एक बार में 400 से 500 मिली प्लाज्मा दान किया जा सकता है। यही नहीं इसके बाद 15 दिनों के अंतराल पर दो से तीन बार प्लाज्मा दान किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्लाज्मा दान से कोई नुकसान नहीं होता। इससे किसी जरूरतमंद की जान बच सकती है। इसके मद्देनजर प्रशासन से लेकर सामाजिक संस्थाओं द्वारा कोरोना मुक्त लोगों से प्लाज्मा दान की लगातार अपील की जा रही है।
शुरू में प्लाज्मा दान को लेकर व्यापक रूप में जनजागृति की गई थी, जो असरदार भी साबित हुई। गत साल नवंबर के बाद संक्रमितों की संख्या घटने लगी साथ ही गंभीर मरीजों का प्रमाण भी कम होने लगा। नतीजन प्लाज्मा की मांग कम हो गई थी। मगर अब फिर इसकी मांग बढ़ गई है लेकिन ब्लड बैंकों में इसकी किल्लत बनी हुई है। इसके बावजूद प्लाज्मा दान को लेकर उदासीनता दूर नहीं हो पा रही है। ब्लड बैंकों से सीधे तौर पर कहा जा रहा है कि कोरोना मुक्त रक्तदाता साथ लेकर आएं और प्लाज्मा ले जाएं। नतीजन संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा हासिल करने के लिए उनके परिजनों को काजी दौड़धूप करनी पड़ रही है। अपने प्रियजनों की जान बचाने के लिए लोग सोशल मीडिया पर भावुक अपील कर रहे हैं। पिंपरी चिंचवड के संजय गायके जैसे सामाजिक कार्यकर्ता दिन- रात प्लाज्मा दाता को जुटाने में लगे हुए हैं। प्रशासन से लेकर राजनेताओं तक हर कोई प्लाज्मा दान को लेकर लोगों से अपील कर रहा है। इसके बावजूद शहर में प्लाज्मा दान को लेकर किल्लत बनी हुई है और हालात बदतर होते जा रहे हैं।